
झाड़ग्राम: राज्य सरकार के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आदेश के बावजूद गोपीबल्लभपुर के सतमा इलाके में अवैध बालू तस्करी का मामला फिर से सामने आया है। प्रशासन के नाक के नीचे अवैध तस्करी जारी थी, लेकिन नयाग्राम थाने की पुलिस ने इस बार तस्करों के नए हथकंडे को नाकाम करते हुए बड़ी सफलता हासिल की है।
फर्जीवाड़े से तस्करी का नया तरीका
पुलिस ने जानकारी दी कि बालू तस्कर अब फर्जी बालू निकासी परमिट (सीओ) का उपयोग करके अपनी तस्करी को अंजाम दे रहे थे। इसके अलावा, कभी वाहनों के नंबर प्लेट में फर्जीवाड़ा किया जाता था, तो कभी अन्य धोखाधड़ी के तरीके अपनाए जा रहे थे। मुख्यमंत्री की सख्त चेतावनी के बाद, नयाग्राम पुलिस ने गोपनीय सूचना के आधार पर इस तस्करी को रोकने में सफलता प्राप्त की है।
पुलिस की नाक चेकिंग और कार्रवाई
सोमवार रात को नयाग्राम पुलिस को सूचना मिली कि कुछ ट्रक सुवर्णरेखा नदी से अवैध रूप से बालू लेकर जा रहे हैं और उनके पास फर्जी बालू निकासी प्रमाणपत्र है। सूचना मिलते ही नयाग्राम थाने की पुलिस ने राज्य हाईवे पर नाका चेकिंग की और अवैध बालू लदे ट्रकों को जब्त कर लिया। इस कार्रवाई में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनके नाम गणेश गोप और नोनीगोपाल महतो हैं।
कानूनी कार्रवाई और सरकारी राजस्व में वृद्धि
पुलिस के अनुसार, बालू लदे ट्रकों के खिलाफ पहले से ही कानूनी कार्रवाई की जा रही थी और ट्रकों के पास कोई अनुमति पत्र नहीं था। इस बड़ी कार्रवाई के कारण झाड़ग्राम जिला प्रशासन और पुलिस की ओर से अवैध बालू तस्करी को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हाल ही में कई ट्रकों को जब्त किया गया और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई, जिसके परिणामस्वरूप सरकारी खजाने में 408 हजार करोड़ रुपये का राजस्व जमा हुआ है।
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