
चांडिल: नीमडीह प्रखंड अंतर्गत आरटीआई संघ के केंद्रीय महासचिव कृतिवास मंडल को धमकी मिलने के मामले ने अब राजनीतिक और सामाजिक तूल पकड़ लिया है. इस संदर्भ में संघ के सदस्यों ने नीमडीह के प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपकर त्वरित कार्रवाई की मांग की है.
रात 10:11 बजे आया धमकी भरा फोन
RTI कार्यकर्ता कृतिवास मंडल को यह धमकी 18 मई 2025 की रात करीब 10:11 बजे अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन नंबर 07903056259 से दी गई थी. मंडल द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि उन्होंने सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के तहत पोटका प्रखंड विकास पदाधिकारी सह जनसूचना पदाधिकारी से कई विषयों पर सूचना मांगी थी. इसी के बाद उन्हें यह धमकी मिली.
SSP को दिया गया आवेदन भी रहा बेअसर
कृतिवास मंडल ने 20 मई को पूर्वी सिंहभूम के वरीय पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत भी दी थी. लेकिन इस गंभीर घटना के बावजूद अब तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई है. यह प्रशासन की उदासीनता को दर्शाता है.
RTI कार्यकर्ताओं में आक्रोश, आंदोलन की चेतावनी
नीमडीह आरटीआई संघ के सक्रिय सदस्य सुशेन गोप ने प्रशासन की निष्क्रियता पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि यह एक निष्ठावान और समाजसेवी कार्यकर्ता को डराने की साजिश है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो RTI संघ विरोध-प्रदर्शन या आंदोलन के लिए बाध्य होगा.
क्या लोकतंत्र के प्रहरी असुरक्षित हैं?
ज्ञापन सौंपने वालों में अश्वत्थामा कर्मकार, नीलकमल गोप, मदन महतो, शुक्राचार्य सिंह, दुतीन्द्र नाथ महतो, सुबोध मांझी, राकेश गोराई, चन्दन सिंह, प्रशांत सिंह, राजेंद्र नाथ गोप सहित कई कार्यकर्ता शामिल थे.
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