
देवघर: देवघर जिले के पालोजोरी थाना क्षेत्र अंतर्गत दुधानी गांव निवासी 28 वर्षीय मो. मेराज अंसारी की कथित तौर पर पुलिस हिरासत में मौत हो गई. मौत की सूचना मिलते ही गांव में आक्रोश फैल गया. मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने पालोजोरी में सड़क जाम कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और पथराव किया.
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. जब भीड़ नहीं हटी तो आंसू गैस के गोले छोड़े गए. घटना के बाद पालोजोरी, सारठ और देवघर साइबर थानों की पुलिस के प्रति ग्रामीणों में गहरा असंतोष देखा गया.
मृतक मेराज पर साइबर क्राइम का आरोप, परिजन बोले – कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं
मेराज के बड़े भाई मुस्तकीम अंसारी का आरोप है कि बुधवार दोपहर को सादे लिवास में कुछ पुलिसकर्मी गांव आए और मेराज को पकड़ लिया. उनके अनुसार, एक व्यक्ति खुद को डीएसपी बता रहा था. पुलिसकर्मी मेराज के साथ मारपीट करते हुए उसे ले गए. शाम में परिवार को सूचना मिली कि सदर अस्पताल में मेराज की मौत हो गई है.
मुस्तकीम का दावा है कि पुलिस की पिटाई से ही मेराज की जान गई. उन्होंने बताया कि मेराज गल्फ देश में काम करता था और एक साल पहले ही गांव लौटा था. फिलहाल वह कोलकाता में काम करने के बाद गांव में रह रहा था. उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था.

पूर्व सांसद फुरकान अंसारी की मांग – हत्या का केस दर्ज हो
घटना की सूचना मिलते ही पूर्व सांसद फुरकान अंसारी पालोजोरी पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा – “पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटकर हत्या कर देना अत्यंत दुखद है. मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए और परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए.”
विधायक ने की न्यायिक जांच की सिफारिश
स्थानीय विधायक उदयशंकर सिंह उर्फ चुन्ना सिंह ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर निष्पक्ष जांच का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि घटना की न्यायिक जांच के निर्देश दिए गए हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
इसे भी पढ़ें : Jharkhand: अब छात्रों को नहीं झेलनी होगी घरेलू चिंताएं, बहुमंजिला छात्रावास का CM ने किया शिलान्यास