
– देवघर का रहने वाले नंदकिशोर दास, जमुई जिले के चंद्रमंडीह प्राथमिक स्कूल में कार्यरत थे.
देवघर: जसीडीह थाना के क्षेत्र के डिगरिय़ा पहाड़ के जंगल में सरकारी शिक्षक नंदकिशोर दास (52) की हत्या कर दी गई। बदमाशों ने पीट-पीट कर शिक्षक को मार डाला। मृतक के मुंह, चेहरे पर गहरे चोट के निशान मिले हैं। मृतक शहर के साकेत विहार मोहल्ले के रहने वाले थे और जमुई (बिहार) जिले के चंद्रमंडीह प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। मूल रूप से शिक्षक चंद्रमंडीह के ही रहने वाले थे और देवघर में घर बनाकर रहते थे। परिजनों के मुताबिक, रविवार शाम को नंदकिशोर दास बाजार करने के लिए घर से टावर चौक के निकले थे। इसके बाद उनका पता नहीं चला। जब देर रात घर नहीं लौटे तो परिजनों को चिंता हुई। परिजनों ने उनके मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं हो पाई।
नंदकिशोर की किसी से दुश्मनी भी नहीं थी
इसके बाद परिजन रात भर शिक्षक को शहर में खोजते रहे। कभी सदर अस्पताल तो कभी जसीडीह रेलवे स्टेशन। अहले सुबह परिजनों को पता चला कि जसीडीह के डिगरिया पहाड़ में एक अज्ञात लाश मिली है। इसकी सूचना पाकर परिजन सदर अस्पताल पहुंचे तो शव की पहचान नंदकिशोर दास के रूप में हुई। पुलिस के मुताबिक, रविवार देर रात जसीडीह के डिगरिया पहाड़ के जंगल में उक्त व्यक्ति की लाश मिली थी। उस समय लाश की पहचान नहीं हो पाई थी। शिक्षक की हत्या की वजह परिजन नहीं बता पा रहे हैं। परिजनों के मुताबिक, नंदकिशोर की किसी से दुश्मनी भी नहीं थी। उन्हें बाइक तक ड्राइव करने नहीं आता था। फिर बाजार के लिए निकले नंदकिशोर जसीडीह के डिगरिया पहाड़ के जंगल कैसे पहुंचे, यह जांच का विषय है। परिजनों को आशंका है कि किसी गहरी साजिश में नंदकिशोर की हत्या की गई है।
सीसीटीवी फुटेज से खुलेगा हत्या का राज
पुलिस इस मामले में मृतक के घर से लेकर टावर चौक तक लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगालने की तैयारी कर रही है। फुटेज से यह पता चला जाएगा घर से निकलने के बाद शिक्षक किसके साथ थे। अगर बदमाश उन्हें डिगरिया पहाड़ जंगल ले गए तो इसका भी पता चल जाएगा। फिलहाल इस मामले में परिजनों ने अज्ञात पर साजिश के तहत शिक्षक की हत्या का केस स्थानीय थाने में दर्ज कराया है। साथ ही मृतक के मोबाइल का सीडीआर (कॉल डिटेल्स रिपोर्ट) भी निकालने की तैयारी कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि शिक्षक की किससे बात हुई थी।