
जादूगोड़ा: लगातार बारिश और गुरा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण भारत सरकार के अधीन यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (यूसिल) की जादूगोड़ा आवासीय कॉलोनी एक बार फिर जलप्रलय की चपेट में आ गई। बी और सी टाइप क्वार्टरों में लगभग दो फीट तक पानी घुस गया, जिससे करीब 25 परिवार प्रभावित हुए हैं।
जलभराव की स्थिति बनते ही कॉलोनी में हड़कंप मच गया। यूसिल कर्मियों ने स्वयं अपने परिवार और सामान को ऊपरी मंजिल पर पहुंचाकर जान-माल की सुरक्षा की। हालांकि इस बार कंपनी प्रबंधन की ओर से रेस्क्यू के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई। पीड़ितों ने बताया कि पहले रेस्क्यू टीम और ट्रक तैनात रहते थे, परंतु इस बार सभी ने मौन साध लिया।
पूर्व मजदूर नेता राजकुमार भक्त ने यूसिल प्रबंधन की कार्यशैली पर कड़ी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा, “पहले बाढ़ पूर्व कंपनी अलर्ट मोड में होती थी, लेकिन इस बार स्थिति बिल्कुल उलट है। कई परिवार अपने स्तर पर ही सामान बचा रहे हैं। लाखों रुपये का घरेलू सामान नष्ट हो गया है।”
बता दें कि बीते वर्षों में भी कॉलोनी के बी टाइप क्वार्टरों में दो बार जलभराव हुआ था। इसके बाद तत्कालीन यूसिल अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक जे.एल. भसीन ने गुरा नदी से सटे क्षेत्रों में मकान आवंटन पर रोक लगा दी थी। यह रोक करीब 15 वर्षों तक लागू रही।
बाद में राजस्व वसूली बढ़ाने के उद्देश्य से प्रतिबंधित क्षेत्र में दोबारा आवंटन शुरू कर दिया गया, जिससे अब कर्मियों को हर मानसून में बाढ़ की त्रासदी झेलनी पड़ रही है।
इसे भी पढ़ें : East Singhbhum: जिला प्रशासन ने की नदी किनारे न जाने की अपील, जारी किया नंबर