
पांच मिनट से देर से पहुंचने पर स्कूल प्रबंधन ने छात्र को परीक्षा में बैठने से रोका
जमशेदपुर डेस्कः सीबीएसई बोर्ड की दसवीं की परीक्षा शुक्रवार से शुरू हुई. परीक्षा के पहले दिन ही सिदगोड़ा स्थित एसडीएसएम स्कूल में रिपोर्टिंग टाइम से पांच मिनट देर से पहुंचने पर गम्हरिया का छात्र राहूल महतो को स्कूल प्रबंधन द्वारा सीबीएसई बोर्ड द्वारा जारी किए गए नियमों का हवाला देकर परीक्षा केंद्र में जाने से रोक दिया गया. जिसकों लेकर कुछ देर के लिए माहौल गरमा गया. अभिभावकों द्वारा स्कूल के प्राचार्य से काफी आग्रह करने पर भी छात्र को स्कूल के अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था. उधर परीक्षा शुरू होने में बहुत कम समय बचा था, छात्र के भविष्य का सवाल था हर कोई चाह रहा था कि स्कूल प्रबंधन थोड़ा नरमी दिखाते हुए पहले दिन छात्र राहूल महतो को परीक्षा में बैठने दे. स्कूल के सामने खड़ा हर व्यक्ति अपने स्तर से प्रयास कर रहा था.
स्कूल संचालक को भी किया गया फोन
अभिभावकों द्वारा प्राचार्य से लगातार गुहार लगाने के बाद भी जब प्राचार्य द्वारा छात्र राहूल महतो को स्कूल के अंदर नहीं जाने दिया गया. तो एक अभिभावक ने स्कूल के संचालक प्रभाकर सिंह को फोन कर छात्र को परीक्षा में बैठने देने के लिए आग्रह किया. प्रभाकर सिंह ने अभिभावक को आश्वस्त किया कि छात्र को परीक्षा में शामिल होने दिया जाएगा. बावजूद इसके स्कूल की प्राचार्य मौसमी चटर्जी (जो पूर्वी सिंहभूम जिले की सीबीएसई बोर्ड की कॉडिनेटर भी है.) बोर्ड के नियमों का हवाला देकर छात्र को स्कूल के अंदर नहीं जाने दी.
एसएसपी के निर्देश पर छात्र को परीक्षा देने का मिला अवसर
मामला तूल पकड़ता देख औऱ एक बच्चे के भविष्य को बर्बाद होने से बचाने के लिए भाजपा प्रदेश अल्पसंख्यक मोर्चा के मीडिया प्रभारी रविंदर सिंह रिंकू ने जिले के सीनियर एसपी कौशल किशोर को फोन कर विस्तार से पूरी घटना की जानकारी दी और बच्चे का एक साल बर्बाद होने से बचाने की गुहार लगाई. एसएसपी ने भाजपा नेता को आश्वस्त किया कि हर हाल में छात्र राहूल महतो को परीक्षा में शामिल होने दिया जाएगा. एसएसपी द्वारा त्वरित की गई कार्रवाई के पश्चात स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्र राहूल को परीक्षा में शामिल कराया गया. इस पूरे प्रकरण में लगभग आधे घंटे से ज्यादा का समय निकल गया था. भाजपा नेता रविंदर सिंह रिंकू ने छात्र राहूल का भविष्य बर्बाद होने से बचाने के लिए एसएसपी कौशल किशोर को धन्यवाद दिया.

सीबीएसई बोर्ड के निर्देश पर इस बार की गई कड़ाई
वहीं स्कूल प्रबंधन का कहना है कि पिछले वर्ष पेपर लीक होने के कारण इस वर्ष बोर्ड द्वारा दो दिन पूर्व अधिसूचना जारी कर सभी स्कूल को निर्देश दिया गया था कि वे अपने छात्रों को यह सूचित कर दे की परीक्षा की रिपोर्टिंग टाइम से एक मिनट भी विलंब होने पर छात्रों को परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा. सड़क जाम या बरसात को लेकर भी कोई सुनवाई नहीं की जाएगी. इसलिए छात्र एक दिन पूर्व अपने परीक्षा सेंटर जाकर समय का आकलन करले ताकि परीक्षा के दिन किसी भी प्रकार से देरी होने पर कोई सुनवाई नहीं की जाएगी और छात्र को परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जाएगा. यही कारण है कि स्कूल प्रबंधन को मजबूरी में इस प्रकार की कार्रवाई करनी पड़ी. हालांकि कई स्कूल प्रबंधन द्वारा बोर्ड द्वारा जारी की गई नियमों के संबंध में बच्चों व अभिभावकों जानकारी नहीं दी गई थी जिसके कारण परीक्षा के पहले दिन कई स्कूल के समक्ष इस प्रकार की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. जामकारी के अनुसार कदम फार्म एरिया कुंवर पथ स्थित बाल्डविन स्कूल में अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन के बीच काफी देर तक बकझक होती रहीं.
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