जमशेदपुर: 12 जनवरी को सोनारी स्थित दोमुहानी घाट पर आयोजित एक पत्रकार वार्ता में हिंदू उत्सव समिति के संरक्षक शिवशंकर सिंह, शंकर रेड्डी, समिति अध्यक्ष रवि प्रकाश सिंह, प्रवक्ता सुखदेव सिंह, अभिमन्यु प्रताप, वॉइस ऑफ ह्यूमैनिटी के हरि सिंह राजपूत, अरविंदर कौर, शशि जी, दुर्गा देवी, संतोषी साहू और इंद्रजीत सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे. उन्होंने संयुक्त रूप से बताया कि आगामी 13 और 14 जनवरी को दोमुहानी घाट पर भव्य संगम महोत्सव का आयोजन किया जाएगा.
13 जनवरी: उद्घाटन और पर्यावरण गोष्ठी
महोत्सव का उद्घाटन 13 जनवरी को होगा. कार्यक्रम की शुरुआत नदी और पर्यावरण पर एक गोष्ठी से होगी, जिसमें अतिथि नदी स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता फैलाएंगे. गोष्ठी के बाद विद्यालय के बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. लोकप्रिय लोक गायक सोनू सिंह दुलरुवा अपनी विशेष प्रस्तुति देंगे, जो कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होगा. इसके साथ ही समाज और धर्म क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले शहर के संस्थाओं और व्यक्तियों को सम्मानित किया जाएगा.
14 जनवरी: गंगा आरती और दीपोत्सव का भव्य आयोजन
महोत्सव के दूसरे दिन, 14 जनवरी को, भव्य गंगा आरती का आयोजन होगा. कार्यक्रम का शुभारंभ नदी पूजन और अभिषेक से किया जाएगा. मुख्य मार्गदर्शक के रूप में बनारस के प्रख्यात संत तपोमूर्ति त्रिदंडी स्वामी जी महाराज का सानिध्य प्राप्त होगा. आरती से पहले एक विशेष नृत्य प्रस्तुति होगी, जिसमें गंगा जी के धरती पर अवतरण को नृत्य के माध्यम से दर्शाया जाएगा. इसके बाद स्वर्णरेखा नदी की भव्य आरती की जाएगी. आरती स्थल 5100 दीपों से जगमगा उठेगा, और नदी तट पर दीपोत्सव का आयोजन होगा, जिसमें 51,000 दीप जलाए जाएंगे. इस अद्भुत दृश्य को देखकर नदी तट की छटा मंत्रमुग्ध कर देगी.
श्रद्धालुओं की भारी भागीदारी
इस महोत्सव में लगभग एक लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है. हिंदू उत्सव समिति का उद्देश्य नदी और पर्यावरण को धर्म और आस्था से जोड़ते हुए उसके संरक्षण और संवर्धन को बढ़ावा देना है.
काशी और हरिद्वार का अनुभव घर पर ही
आयोजन समिति ने कहा कि ऐसे बुजुर्ग या परिवार, जो शारीरिक या आर्थिक कारणों से बनारस और हरिद्वार नहीं जा पाते, उनके लिए यह महोत्सव शहर में ही एक दिव्य अनुभव प्रदान करेगा. यह आयोजन स्थानीय स्तर पर काशी और हरिद्वार की भव्यता को साकार करने का प्रयास है.
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