
जमशेदपुर: साकची गुरुद्वारा के प्रधान सरदार निशान सिंह ने विरोधियों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर खुलकर प्रतिक्रिया दी. सोमवार को लंगर हॉल में आयोजित प्रेस वार्ता में बड़ी संख्या में संगत की उपस्थिति रही, जहां निशान सिंह ने अपने पक्ष को बेबाकी से रखा. उन्होंने आरोप लगाया कि विरोधी स्वार्थवश भ्रम फैला रहे हैं और जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं.
सोलर पैनल विवाद: झूठे दावों पर दी सफाई
निशान सिंह ने कहा कि जोगिंदर सिंह जोगी ने सोलर पैनल के मामले में सरकारी सब्सिडी को लेकर गलत जानकारी फैलाई. उन्होंने स्पष्ट किया कि कमर्शियल कनेक्शन पर सब्सिडी नहीं मिलती, और गुरुद्वारा का बिजली कनेक्शन घरेलू नहीं, बल्कि व्यावसायिक श्रेणी में आता है. उन्होंने जोगी को चुनौती दी कि वे तीन दिनों के भीतर अपने आरोपों को साक्ष्य सहित सिद्ध करें, अन्यथा उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.
चुनाव और गुरुद्वारा संविधान पर रखी अपनी बात
निशान सिंह ने साफ कहा कि वे चुनाव से भाग नहीं रहे हैं. पहले वे सर्वसम्मति के समर्थक थे, लेकिन अब बैलेट चुनाव के लिए तैयार हैं. उन्होंने जोगिंदर सिंह जोगी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे खुद को “किंग मेकर” घोषित करते हैं, लेकिन अपने पिता और समर्थकों को भी चुनाव नहीं जिता सके. गुरुद्वारा संविधान का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि अनुच्छेद 10/5 के अनुसार, कार्यकाल समाप्त होने के 40 दिन पूर्व चुनावी प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए.
आर्थिक पारदर्शिता और आय-व्यय का ब्यौरा पेश करने की घोषणा
निशान सिंह ने कहा कि 12 जून को उनके कार्यकाल की समाप्ति होगी. बैसाखी के दिन वे संगत के समक्ष अपनी कमेटी का पूरा लेखा-जोखा प्रस्तुत करेंगे और गुरु महाराज की आज्ञा लेकर संवैधानिक रूप से चुनाव प्रक्रिया शुरू करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि वोटर लिस्ट बनाने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी, जिसमें 20 दिन का समय दिया जाएगा.
हरविंदर सिंह मंटू पर गंभीर आरोप
प्रेस वार्ता में निशान सिंह ने हरविंदर सिंह मंटू पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी कमेटी गुरु घर को लाखों रुपये की देनदारी छोड़कर गई. उन्होंने सवाल किया कि चुनाव हारने के बाद नकद जमा नहीं कर सके, लेकिन लाखों रुपये अचानक कैसे जमा कर दिए?
उन्होंने कहा कि मंटू गुरुद्वारा स्कूल के बारे में गलत बयानबाजी कर संगत को भ्रमित कर रहे हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि 2019-2022 के दौरान मॉर्डन इंग्लिश स्कूल को लीज पर दिया गया था, जबकि गुरुद्वारा संविधान के अनुसार गुरु घर की संपत्ति लीज पर नहीं दी जा सकती. उन्होंने पूछा कि आठ वर्षों तक कमेटी में रहने के बावजूद मंटू अब दोबारा प्रधान क्यों बनना चाहते हैं?
विरोधियों पर राजनीति करने का आरोप
निशान सिंह ने जोगिंदर सिंह जोगी पर आरोप लगाया कि वे सेवा के बजाय राजनीति को प्राथमिकता देते हैं. उन्होंने कहा कि जोगी गुरुद्वारा के मैदान में टेंट व्यवसाय करना चाहते थे और तीन सदस्यों को इसमें शामिल करना चाहते थे, लेकिन जब उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया गया, तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया.
इसके अलावा, सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (CGPC) की कैंटीन पर वर्चस्व स्थापित करने के प्रयास का भी जिक्र किया. जब कैंटीन संचालन का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया और साकची कमेटी ने इसका समर्थन किया, तो जोगी ने इसका विरोध शुरू कर दिया.
“गुरु घर की सेवा राजनीति से ऊपर”
निशान सिंह ने अपनी टीम की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पूरी निष्ठा और पारदर्शिता से सेवा की, जिससे गुरुद्वारा कमेटी की छवि साफ-सुथरी बनी रही. उन्होंने आरोप लगाया कि जोगिंदर सिंह जोगी इस छवि को पचा नहीं पा रहे हैं और अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं.
उन्होंने संगत से अपील की कि वे भ्रम में न आएं और सच्चाई को समझें. उनका कहना था कि गुरु घर सेवा का स्थान है, राजनीति का नहीं.
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