- लैंगिक भेदभाव की दर्दनाक घटना के बाद प्रशासन ने ‘कन्याश्री जागरूकता पदयात्रा’ शुरू की
झाड़ग्राम : झाड़ग्राम जिले के बेलियाबेड़ा थाना क्षेत्र में आठ दिन की नवजात बच्ची को उसकी दादी द्वारा दूध में कीटनाशक मिलाकर पिलाने की कोशिश की गई। परिजनों की सतर्कता से बच्ची की जान बच गई और तुरंत उसे अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। यह चौंकाने वाली घटना समाज में अब भी जीवित लैंगिक भेदभाव और बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच को उजागर करती है। जब देश की बेटियाँ खेल, शिक्षा और विज्ञान में वैश्विक स्तर पर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रही हैं, वहीं दूसरी ओर यह मानसिकता कि ‘बेटी बोझ है’, समाज के एक हिस्से में अब भी गहरी जड़ें जमाए हुए है। इस घटना के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और प्रभावित क्षेत्र को बालिका संरक्षण और जागरूकता के मॉडल गाँव के रूप में विकसित करने की दिशा में काम शुरू किया गया।
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कन्याश्री जागरूकता पदयात्रा से जागरूक बनाने की पहल
शुक्रवार को गोपीबल्लभपुर-दो प्रखंड प्रशासन और पंचायत समिति की संयुक्त पहल पर गाँव में ‘कन्याश्री जागरूकता पदयात्रा’ निकाली गई। पदयात्रा के दौरान लोगों को बालिकाओं की सुरक्षा, किशोरावस्था में गर्भधारण के जोखिम, और बाल विवाह के कानूनी एवं सामाजिक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में पंचायत समिति अध्यक्ष शर्वरी अधिकारी, पूर्ता कर्माध्यक्ष टिंकू पाल, खाद्य कर्माध्यक्ष अनुपम मल्लिक, सहायक बीडीओ राजीव मुर्मू सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे। प्रखंड सामुदायिक विकास अधिकारी राहुल विश्वास ने आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया और ग्रामीण महिलाओं से बातचीत करते हुए बेटियों के महत्व को समझाया। प्रशासन ने कहा कि “बेटी बचाओ, समाज बचाओ” अभियान अब इस गाँव से शुरू होकर पूरे प्रखंड में चलाया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसी अमानवीय घटनाएँ दुबारा न घटें।