झाड़ग्राम: झाड़ग्राम जिला न्यायालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में बड़ी संख्या में लंबित मामलों का निपटारा हुआ। इस दौरान कुल 858 मामलों का समाधान आपसी सहमति से किया गया और लगभग 45 लाख 5 हजार 217 रुपये की वसूली भी हुई।
लोक अदालतें राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के निर्देश पर देशभर में हर तीन महीने में आयोजित की जाती हैं। इनका उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को निःशुल्क विधिक सेवा देना और विवादों का जल्दी निपटारा करना है।
झाड़ग्राम की इस लोक अदालत में कुल आठ बेंच बनाई गईं। इनमें जिला न्यायालय के न्यायाधीशों के साथ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के वकील और अधिकार मित्र मौजूद रहे। वादी और प्रतिवादी की सहमति से मामलों का निपटारा किया गया।
इस लोक अदालत में बैंक ऋण डिफॉल्टर, बिजली बिल, बीएसएनएल बकाया, वित्त पूर्व-मुकदमेबाजी और अदालती बकाया समेत कई मामलों पर सुनवाई हुई। मौके पर ही राशि जमा कराई गई और पक्षकारों ने विवाद सुलझा लिया।
लोक अदालत द्वारा दिया गया निर्णय सभी पक्षों पर बाध्यकारी होता है और इसके खिलाफ कोई औपचारिक अपील नहीं की जा सकती। हालांकि, यदि कोई पक्ष असंतुष्ट हो, तो वह सक्षम न्यायालय में नया मामला दर्ज कर सकता है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं न्यायाधीश रिहा त्रिवेदी ने बताया कि यह इस साल की तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत थी। इसमें कुल 2390 मामलों को सूचीबद्ध किया गया था, जिनमें से 858 का निपटारा हुआ।
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