
लखनऊ: लखनऊ में शनिवार को एक ऐतिहासिक अवसर साक्षी बना, जब उत्तर प्रदेश पुलिस में अब तक की सबसे बड़ी भर्ती प्रक्रिया के तहत चयनित 60,244 नवचयनित आरक्षियों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए गए.
कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ के इकाना स्टेडियम में भव्य रूप से हुआ, जहां केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संयुक्त रूप से नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति-पत्र सौंपे.
युवाओं को रोजगार और समाज को सुरक्षा
इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि यह भर्ती अभियान न केवल युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा, बल्कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था को भी और अधिक प्रभावी और संवेदनशील बनाएगा. उन्होंने कहा –
“यह भर्ती अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के युवा सशक्तिकरण के संकल्प को धरातल पर उतारने की दिशा में एक निर्णायक कदम है. उत्तर प्रदेश की छवि बदल रही है, और इसमें सबसे बड़ी भूमिका पुलिस बल की है.”
मुख्यमंत्री योगी ने दिया सेवा और समर्पण का मंत्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवचयनित पुलिसकर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि –
“आप सिर्फ वर्दी नहीं पहनते, बल्कि जनता के विश्वास और सुरक्षा की जिम्मेदारी भी अपने कंधों पर लेते हैं. कानून व्यवस्था का सुदृढ़ ढांचा ही किसी भी राज्य की आर्थिक प्रगति और सामाजिक स्थिरता की रीढ़ होता है.”
उन्होंने सभी नियुक्त आरक्षियों से आह्वान किया कि वे ईमानदारी, संवेदनशीलता और अनुशासन के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें.
अभूतपूर्व संख्या, पारदर्शी चयन
यह भर्ती प्रक्रिया उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के द्वारा पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी माध्यम से संपन्न की गई. चयनित अभ्यर्थियों में महिलाओं की भी उल्लेखनीय भागीदारी रही, जिससे यह संदेश गया कि राज्य की सुरक्षा व्यवस्था में लैंगिक संतुलन और भागीदारी बढ़ रही है.
पुलिस विभाग में इतने बड़े पैमाने पर भर्ती ना केवल रोजगार का सृजन है, बल्कि यह राज्य के युवाओं को सशक्तिकरण, सम्मान और स्थायित्व की दिशा में ले जाने वाला एक बड़ा प्रयास भी है.
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