
आदित्यपुर: CII झारखंड ने “टेक्नोवेट, सस्टेन और सेफगार्ड शेपिंग टुमॉरोज़ इंडस्ट्रीज” विषय के साथ सीआईआई झारखंड उद्योग कार्निवल 2025 का सफलतापूर्वक आयोजन किया. यह आयोजन आदित्यपुर स्थित ऑटो क्लस्टर सभागार में हुआ. इस कार्यक्रम ने स्थिरता, सुरक्षा और तकनीकी प्रगति को एकीकृत कर औद्योगिक परिवर्तन को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण मंच प्रस्तुत किया. खासतौर पर, भारत के औद्योगिक क्षेत्र, जिसमें ऑटोमोबाइल, स्टील, रेलवे और रक्षा विनिर्माण शामिल हैं, ने डिजिटलीकरण, एआई और IoT के माध्यम से दक्षता और वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाया है.
एमएसएमई के लिए सरकारी प्रतिबद्धता
इस अवसर पर इंद्रजीत यादव, आईईडीएस एमएसएमई – विकास और सुविधा कार्यालय रांची, भारत सरकार ने एमएसएमई के लिए उपयोगकर्ता के अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की सरकारी प्रतिबद्धता पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि “बाजार तक पहुंच” एमएसएमई के लिए बड़ी चुनौती है, जो उनकी दीर्घकालिक व्यवहार्यता को प्रभावित करती है. उन्होंने सार्वजनिक खरीद नीति के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि किस प्रकार उद्योग कार्निवल एमएसएमई को आपूर्ति श्रृंखलाओं में एकीकृत करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हो सकता है.

भारत की वैश्विक स्थिति और एमएसएमई का योगदान
आर एडमिरल अनिल कुमार वर्मा (सेवानिवृत्त), पूर्व अध्यक्ष, सीआईआई पूर्वी क्षेत्र ने भारत की वैश्विक स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एमएसएमई के विकास पर ही भारत का भविष्य निर्भर करता है. उन्होंने भारत की जीडीपी में गिरावट का जिक्र करते हुए मेक इन इंडिया और विकसित भारत जैसी पहल को एमएसएमई के लिए फायदेमंद बताया. इसके अलावा, उन्होंने पिछले दशक में रक्षा उत्पादन में 500% की वृद्धि को भी रेखांकित किया, जिससे एमएसएमई को नए अवसर मिले हैं.
झारखंड का औद्योगिक विकास
सीआईआई झारखंड राज्य परिषद के अध्यक्ष और एमडेट जमशेदपुर प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रंजोत सिंह ने जमशेदपुर को झारखंड के औद्योगिक विकास का प्रमुख केंद्र बताया. उन्होंने कहा कि राज्य के खनिज संसाधनों और कुशल कार्यबल के कारण झारखंड तेजी से भारी इंजीनियरिंग के केंद्र के रूप में उभर रहा है. आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र सरकार की पहलों से एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है.
एमएसएमई क्षेत्र की संभावनाएं
सीआईआई ईआर एमएसएमई उपसमिति के अध्यक्ष संजय सबरवाल ने बताया कि भारत के पूर्वी क्षेत्र में एमएसएमई के लिए विनिर्माण क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं. उन्होंने झारखंड में एमएसएमई क्षेत्र में अप्रयुक्त क्षमता की ओर इशारा करते हुए, राज्य के 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी.
नवाचार और औद्योगिक परिवर्तन
सीआईआई झारखंड राज्य परिषद के उपाध्यक्ष रितु राज सिन्हा ने नवाचार, स्थिरता और सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने उद्योग 4.0, एआई-संचालित स्वचालन और स्मार्ट बुनियादी ढांचे की आवश्यकता पर चर्चा की. इसके अलावा, सीआईआई झारखंड एमएसएमई पैनल के सह संयोजक रोहित गोयल ने बताया कि ऑटोमोबाइल, स्टील, रेलवे और रक्षा विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में उभरती प्रौद्योगिकियों को अपनाकर वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बनाए रखा जा सकता है.
सीआईआई झारखंड उद्योग कार्निवल का समापन
सीआईआई झारखंड उद्योग कार्निवल एक सम्मेलन और प्रदर्शनी का संयोजन था, जिसमें 150 से अधिक प्रतिनिधि और 25 से अधिक प्रदर्शक शामिल हुए. यह कार्यक्रम व्यापारिक नेताओं, नीति निर्माताओं और विशेषज्ञों के लिए एक प्रमुख मंच बना, जो राज्य के संसाधनों और कार्यबल की क्षमता पर चर्चा करने के साथ सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एकजुट हुए.