
पुलिस कस्टडी में मिराज की मौत का मामला.
देवघर: पालोजोरी के दुधानी गांव निवासी मो. मिराज की पुलिस हिरासत में मौत मामले में राज्य अल्पसंख्यक आयोग विस्तृत जांच रिपोर्ट जल्द सरकार को सौंपेगी। यह जानकारी राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने दी। उन्होंने बताया कि यह एक दुखद घटना है, जिसमें युवक मिराज अंसारी की पुलिस हिरासत में मृत्यु हो गई थी। इस मामले की जांच के लिए राज्य अल्पसंख्यक आयोग की टीम घटनास्थल के दौरे पर गयी थी और आयोग जल्द मामले की विस्तृत जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी,ताकि इस घटना के तथ्यों का पूर्ण और निष्पक्ष रूप से पता लगाया जा सके।
झारखंड सरकार पीड़ित परिवार के साथ
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस मामले को अत्यंत गंभीरता से ले रही है और यह सुनिश्चित करेगी कि जांच पारदर्शी, निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से पूरी हो। दोषियों को कानून के दायरे में लाकर कड़ी सजा दी जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। सभी से अपील करते हैं कि इस संवेदनशील मामले में शांति और संयम बनाए रखें और जांच प्रक्रिया में सहयोग करे। झारखंड सरकार पीड़ित परिवार के साथ हैं।
क्या था मामला
मृतक के बड़े भाई मुस्तकीम अंसारी का आरोप है कि बुधवार दोपहर में सादे लिवास में कई पुलिसवालों ने उनके भाई मिराज को गांव से पकड़ थाा और उसके साथ मारपीट की थी। उक्त पुलिसवालों में एक खुद को डीएसपी भी बता रहा था। मिराज को पुलिसवाले अपने साथ ले गए थे। इसके बाद जानकारी मिली की सदर अस्पताल में मिराज की मौत हो गई है। आाकर देखा तो अस्पताल में उसकी लाश पड़ी हुई थी। मुस्तकीम का कहना है कि कस्टडी में पुलिस पिटाई में मिराज की मौत हुई है। जबकि मिराज का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड भी नहीं था। मिराज गल्फ में काम करता था। साल भर पहले ही वह गांव आया था। इसके बाद कोलकाता में काम करने लगा था। इन दिनों वह गांव में रह रहा था।