
जमशेदपुर: सोनारी स्थित दोमुहानी संगम स्थल पर आज “दोमुहानी संगम महोत्सव” का उद्घाटन किया गया. हिन्दू उत्सव समिति और उम्मीद एक अभियान द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय महोत्सव के पहले दिन विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों के साथ-साथ पर्यावरण गोष्ठी भी सम्पन्न हुई. कार्यक्रम की शुरुआत छात्रों द्वारा नृत्य प्रस्तुति और गणेश वंदना के माध्यम से की गई. इससे कार्यक्रम में एक विशेष उत्साह का संचार हुआ.
पर्यावरण गोष्ठी का आयोजन
महोत्सव के पहले दिन, देश के जाने-माने पर्यावरणविद डॉ. दिनेश मिश्र ने अपने संबोधन में पर्यावरण विचार गोष्ठी का शुभारंभ किया. उन्होंने सुवर्णरेखा नदी की वर्तमान स्थिति और इसके इतिहास से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्यों की जानकारी उपस्थित श्रोताओं को दी. उन्होंने कहा कि हमारी नदियां हमारी माताएं हैं, लेकिन वर्तमान में हम इन्हें कई प्रकार के अत्याचारों का शिकार बना रहे हैं, जो निश्चित ही हमारे भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है.
नदी और पर्यावरण की सुरक्षा पर विचार
सेंट्रल यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डॉ. कविता परमार ने नदी को स्वच्छ रखने और पर्यावरण की सुरक्षा पर अपने विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि नदियों को गंदा करना एक पाप के समान है. हमें अपने घर में प्लास्टिक का कचरा इकट्ठा करके उसे सही तरीके से निपटाना चाहिए, ताकि पर्यावरण दूषित न हो.
चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन
महोत्सव के पहले दिन स्कूली छात्राओं के बीच पर्यावरण विषय पर चित्रांकन प्रतियोगिता का सुंदर आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता का परिणाम महोत्सव के दूसरे और अंतिम दिन, 14 जनवरी को घोषित किया जाएगा. इसमें शामिल 20 प्रतिभागियों ने पर्यावरण और नदी के महत्व को विभिन्न चित्रों के माध्यम से दर्शाया.
सांस्कृतिक नृत्य और भजन संध्या
दोमुहानी संगम महोत्सव के पहले दिन जमशेदपुर के लोकप्रिय कलाकार “दुलरुआ” द्वारा शानदार सांस्कृतिक गीत और संगीत की प्रस्तुति की गई. इस आयोजन में प्रमुख लोगों में संस्था के संरक्षक शिव शंकर सिंह, राजेश जी बम, हिन्दू उत्सव के अध्यक्ष रवि सिंह, सुखदेव जी, नवनीत सिंह, अभिमन्यु सिंह, और अन्य गणमान्य व्यक्तित्व शामिल रहे.
इसे भी पढ़ें: Jamshedpur: राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए भाजपा से जुड़ें – अमरप्रीत सिंह काले