
जादूगोड़ा: जादूगोड़ा थाना क्षेत्र के डोमजूडी पंचायत के खुर्शी गांव के ग्रामीणों ने प्रशासन से किग भट्ठा पर रोक लगाने की मांग की है. ग्रामीणों का आरोप है कि बिना ग्राम सभा की अनुमति के चल रहा किग भट्ठा पर्यावरण के लिए खतरा बन चुका है और इसके कारण नदियों और आसपास के जल स्रोतों पर भी संकट मंडरा रहा है. इस मुद्दे पर ग्राम प्रधान श्रवण हांसदा की अध्यक्षता में रविवार को स्कूल प्रांगण में एक बैठक आयोजित की गई.
बैठक में उठी गंभीर समस्याएँ
बैठक में खुर्शी गांव की मुखिया अनिता मुर्मू, जिला परिषद सदस्य हिरण्यमय दास, दीपक कुमार मुर्मू, वीरेंद्र हांसदा, मंगल मुर्मू और दसमत हांसदा समेत कई ग्रामीणों ने भाग लिया. सभी ने किग भट्ठा द्वारा हो रहे पर्यावरणीय नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की अपील की.
किग भट्ठा की गतिविधियों से जलवायु पर प्रभाव
ग्रामीणों का कहना है कि किग भट्ठा के संचालन से आसपास के पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है. हवा में बढ़ते प्रदूषण, जल स्रोतों में गिरती गुणवत्ता और भूमि की उर्वरता में कमी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. इन सभी कारणों से न केवल जैविक विविधता बल्कि गांववासियों की जीवनशैली भी प्रभावित हो रही है.
ग्रामीणों की एकजुटता
ग्रामीणों का कहना है कि वे अपने गांव की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से एकजुट हैं और किसी भी स्थिति में किग भट्ठा के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे. उनका उद्देश्य है कि प्रशासन इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान दे और जलवायु एवं पर्यावरण के लिए जरूरी कदम उठाए.
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