
जमशेदपुर: उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर समाहरणालय सभागार में आदि कर्मयोगी योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता उप विकास आयुक्त (डीडीसी) नागेंद्र पासवान ने की. डीडीसी ने स्पष्ट किया कि योजना के क्रियान्वयन में ग्रामसभा की भूमिका केंद्रीय होगी. ग्राम सभा के माध्यम से ग्राम विकास योजना (Village Development Plan) तैयार की जाएगी, जिससे स्थानीय जरूरतों के अनुरूप ठोस और उपयोगी कार्य तय किए जा सकें.
उप विकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि जिले एवं प्रखंड स्तर पर मास्टर ट्रेनरों की सूची शीघ्र तैयार की जाए. ये प्रशिक्षक गांवों में जाकर कर्मयोगियों को न केवल योजना की जानकारी देंगे, बल्कि उन्हें सामाजिक बदलाव के लिए तैयार भी करेंगे.
डीडीसी ने कहा कि आदि कर्मयोगी योजना कोई साधारण प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक सशक्तिकरण अभियान है. इसका उद्देश्य है — जमीनी स्तर पर कर्मयोगियों को उनके कर्तव्यों, अधिकारों और योगदान की समझ के साथ सशक्त बनाना.
बैठक में यह भी तय हुआ कि मास्टर ट्रेनर आमजन तक योजना की दृष्टि, उद्देश्य और कार्य प्रणाली को सरल और बोधगम्य भाषा में पहुंचाएंगे, ताकि इसका वास्तविक लाभ प्रत्येक ग्रामवासी तक पहुंचे.
बैठक में भारत सरकार के प्रतिनिधियों के अलावा कल्याण, कृषि, मत्स्य, सहकारिता, जनसंपर्क विभागों के पदाधिकारी, चयनित गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) के प्रतिनिधि और अन्य संबद्ध अधिकारी उपस्थित थे.
डीडीसी ने सभी विभागीय अधिकारियों से समन्वय और सजगता के साथ कार्य करने की अपील की. उन्होंने कहा कि योजना के हर चरण में गुणवत्ता और पारदर्शिता बनी रहे, यह सुनिश्चित करना हम सबकी ज़िम्मेदारी है.
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