
498 में अब तक 220 का ही हो पाया है निर्माण, डीएमएफटी से प्रस्ताव बढ़ाने का निर्देश
जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बुधवार को समाहरणालय सभागार में पीएम पोषण योजना में प्रगति की समीक्षा की. इस दौरान स्कूल एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के बीच पोषाहार वितरण, नियमित स्वास्थ्य जांच, रसोईघर की स्थिति आदि बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई. स्कूली बच्चों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में अध्ययनरत बच्चों के पोषण की स्थिति में सुधार लाने, कुपोषण को रोकने के लिए नियमित पौष्टिक आहार देने तथा बच्चों के पोषण स्तर की निगरानी करने का निदेश दिया गया. साथ ही स्थानीय स्तर पर उपलब्ध मौसमी साग-सब्जी, फल, अनाज आदि भी मेन्यू में शामिल करने की बात कही गई. समीक्षा के दौरान यह बात सामने आयी की वितीय वर्ष 2022-23 में जिले के स्कूलों में 498 किचेन शेड के निर्माण की स्वीकृति मिली. लेकिन दो वर्षों में केवल 220 शेड का ही निर्माण हो पाया. अभी भी 278 सेड का निर्माण अधूरा है. इस संबंध में उपायुक्त ने जिला शिक्षा अधीक्षक को डीएमएफटी फंड से रसोईघर शेड निर्माण के लिए प्रस्ताव बढ़ाने का निर्देश दिया.
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बच्चों के नियमित स्वास्थ्य जांच का निर्देश
उपायुक्त ने कहा कि बच्चों का स्वास्थ्य एवं पोषण महत्वपूर्ण विषय है. उन्होंने नियमित रूप से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत समयसारिणी बनाते हुए स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित कराने के लिए कहा. इसके लिए उन्होंने शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभागीय के पदाधिकारियों को आपसी समन्वय से कार्य करने के लिए कहा. बैठक में भवनहीन आंगनबाड़ी केन्द्रों, आंगनबाड़ी केन्द्रों के विद्युतीकरण की स्थिति की भी समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए. समीक्षा बैठक में उप विकास आयुक्त अनिकेत सचान, एसडीएम धालभूम शताब्दी मजूमदार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी संध्या रानी, जिला शिक्षा अधीक्षक आशीष पांडेय, जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार, सभी बीईईओ, बीपीओ व शिक्षक संघ के प्रतिनिधि उपस्थित थे.
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