
धनबाद: धनबाद जिले के महुदा थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंगड़ा बस्ती में बुधवार देर रात एक अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. इस संयुक्त कार्रवाई को धनबाद पुलिस और पश्चिम बंगाल के आतंकवाद-निरोधक दस्ते (एटीएस) ने अंजाम दिया.
सूत्रों के अनुसार, यह फैक्ट्री एक झोपड़ी में संचालित हो रही थी, जहां महीनों से देशी हथियारों का निर्माण किया जा रहा था. पुलिस ने मौके से बड़ी संख्या में तैयार और अधबने हथियार, कारतूस तथा उपकरण जब्त किए हैं.
ऐसे हुआ हथियार निर्माण केंद्र का पर्दाफाश
पश्चिम बंगाल पुलिस को सूचना मिली थी कि सिंगड़ा बस्ती में एक मिनी हथियार निर्माण इकाई सक्रिय है, जहां बिहार के मुंगेर से आए कारीगरों की मदद से पिस्तौल तैयार की जा रही है. इसी सूचना पर बंगाल एटीएस और धनबाद पुलिस की टीम ने बुधवार रात छापेमारी की योजना बनाई.
स्थानीय निवासी मुर्शीद अंसारी के घर को चारों ओर से घेरकर पुलिस ने जब तलाशी शुरू की तो एक झोपड़ी के भीतर पिस्तौल बनाने की प्रक्रिया को देख अधिकारी चकित रह गए. पुलिस के कहने पर आरोपियों ने मौके पर ही एक घंटे में चार पिस्तौल बनाकर दिखा दीं, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि फैक्ट्री पूरी तरह सक्रिय थी.
भारी मात्रा में असलहा और उपकरण बरामद
छापेमारी में पुलिस ने करीब डेढ़ दर्जन तैयार पिस्तौल, 70 से 80 अर्धनिर्मित हथियार, बड़ी मात्रा में कारतूस और हथियार निर्माण में उपयोग होने वाले औजार जब्त किए. जब्त किए गए सामानों को बोरियों में भरकर पुलिस स्टेशन लाया गया.
यह फैक्ट्री मुर्शीद अंसारी के मकान से एक संकरी गली पार कर स्थित एक झोपड़ी में संचालित की जा रही थी.
पुलिस की तत्परता से टला बड़ा खतरा?
कार्रवाई में महुदा, कतरास सहित कई थाना क्षेत्रों की पुलिस बल शामिल रही. समूचे अभियान का नेतृत्व बाघमारा एसडीपीओ पुरुषोत्तम सिंह ने किया.
पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया है जिनसे पूछताछ जारी है. संभावना है कि इस नेटवर्क के और भी कड़ियाँ जल्द सामने आएंगी.
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