
जमशेदपुर: जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने शुक्रवार को कहा कि आयुष्मान घोटाले को लेकर झारखंड में ईडी द्वारा डेढ़ दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी कोई अचानक की गई कार्रवाई नहीं है. वे लंबे समय से इसकी उम्मीद कर रहे थे और अब जब ईडी ने कार्रवाई की है तो उन्हें संतोष हुआ.
स्वास्थ्य विभाग की जांच पर जोर
सरयू राय ने कहा कि ईडी को केवल आयुष्मान घोटाले तक सीमित न रहकर, स्वास्थ्य विभाग में पिछले पांच वर्षों में हुए सभी घोटालों की जांच करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर ईडी इन घोटालों की तह तक नहीं जाती, तो यह कार्रवाई अधूरी मानी जाएगी.
बन्ना गुप्ता के निजी सचिव पर सवाल
सरयू राय ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निजी सचिव ओम प्रकाश सिंह उर्फ गुड्डू के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी को चौंकाने वाला बताया. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में यह धारणा बनी हुई थी कि जो ओम प्रकाश सिंह कहते थे, वही बन्ना गुप्ता करते थे. इस तरह गुप्त रूप से विभाग पर उनका नियंत्रण था और एक बड़ा सिंडिकेट चल रहा था.
विधानसभा और आरटीआई से भी नहीं मिला जवाब
सरयू राय ने कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में गड़बड़ियों को लेकर कई बार विधानसभा में मामला उठाया, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला. जांच कमेटी बनी, लेकिन जांच नहीं हुई, रिपोर्ट पेश नहीं हुई. आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी भी नहीं दी गई.
सरयू राय ने दावा किया कि जब उन्होंने घोटाले का विरोध किया तो उल्टा उनके ही खिलाफ चार-पांच मामले दर्ज कर दिए गए. स्वास्थ्य विभाग ने उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए और पुलिस पर दबाव बनाया कि उन्हें गिरफ्तार किया जाए.
फर्जी अस्पतालों के जरिए लूट की साजिश
सरयू राय ने कहा कि कोरोना काल से ही आयुष्मान घोटाले की बातें सामने आ रही थीं. कुछ अस्पताल फर्जी थे, फिर भी उन्हें आयुष्मान योजना में शामिल किया गया. फर्जी मरीजों के नाम पर बिल बनाकर पैसे निकाले गए. आज भी 40 करोड़ रुपये से अधिक की राशि फर्जी मरीजों के नाम पर रुकी हुई है.
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा बनाई गई ‘झारखंड आरोग्य सोसाइटी’ और दवा खरीद के लिए गठित कॉर्पोरेशन भी इस घोटाले में शामिल हो सकते हैं. यह कॉर्पोरेशन दवाओं की हेराफेरी कर रहा था.
ईडी की कार्रवाई का स्वागत
सरयू राय ने कहा कि ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियों ने भले ही शुरुआत में इस घोटाले को गंभीरता से नहीं लिया था, लेकिन अब उन्होंने काम शुरू कर दिया है. यही कारण है कि अब डेढ़ दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी हुई है. उन्होंने उम्मीद जताई कि ईडी इस घोटाले के असली गुनहगारों को बेनकाब करेगी.
इसे भी पढ़ें : Breaking News Jharkhand: झारखंड के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के PA के आवास पर ED का छापा