
पोटका: हेंसड़ा गांव स्थित राधे कृष्ण मंदिर में संगमरमर की भव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर एक भव्य कलश यात्रा निकाली गई. मंदिर प्रांगण से प्रारंभ हुई यह यात्रा स्थानीय नदी तक पहुंची, जहाँ कुवांरी कन्याओं ने पारंपरिक विधि-विधान के साथ कलश में पवित्र जल भरा. राधे-कृष्ण के जयकारों के साथ जब यह जल मंदिर परिसर लाया गया, तो समूचा वातावरण भक्तिमय हो उठा.
प्राण प्रतिष्ठा के साथ आरंभ हुई पूजन विधि
पवित्र जल को मंदिर में कलश स्थापना के लिए प्रयोग में लाया गया. इसके पश्चात मूर्ति की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा की गई और पूजा-अर्चना के माध्यम से धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुआ. ग्रामीणों की उपस्थिति और सहभागिता ने आयोजन को और भी भावपूर्ण बना दिया.,ग्राम प्रधान रंजन प्रधान ने जानकारी दी कि मंदिर को यह भव्य संगमरमर की राधे-कृष्ण की मूर्ति ग्रामवासी विष्णुपद बेरा द्वारा दान स्वरूप भेंट की गई है. उन्होंने बताया कि यह मूर्ति एक दिवंगत पुत्र की स्मृति में समर्पित की गई है.
‘मूर्ति में जीवित हैं पुत्र की यादें’
विष्णुपद बेरा ने भावुक होते हुए बताया कि उनके पुत्र नीतीश कुमार बेरा का असामयिक निधन हो गया था. उसी की स्मृति को अमर बनाए रखने हेतु यह मूर्ति मंदिर को अर्पित की गई. उन्होंने कहा, “इन मूर्तियों में मुझे अपने पुत्र की छवि दिखाई देती है. यह केवल मूर्ति नहीं, मेरे पुत्र की जीवंत यादें हैं.”
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