
देवघर: देवघर के उपायुक्त विशाल सागर की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग से संबंधित एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में मिड-डे मील, छात्रों की उपस्थिति, शैक्षणिक संसाधनों की उपलब्धता और स्कूल छोड़ चुके बच्चों की वापसी जैसे कई अहम विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई.
बैठक के दौरान मोहनपुर प्रखंड से जुड़े मध्याह्न भोजन (एमडीएम) के चावल गबन के मामले पर उपायुक्त ने गंभीर रुख अपनाया. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस मामले में अविलंब प्राथमिकी दर्ज की जाए, ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो सके.
शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों की उपस्थिति बनी प्राथमिकता
डीसी विशाल सागर ने स्कूलों में कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों को पाठ्यपुस्तक एवं ड्रेस वितरण की प्रगति की समीक्षा की. साथ ही उन्होंने आउट ऑफ स्कूल और ड्रॉपआउट बच्चों की संख्या घटाने के लिए ‘रूआर कार्यक्रम’ यानी स्कूल वापस लाओ अभियान की प्रगति पर भी फोकस किया. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि जो भी बच्चे अभी तक नामांकित नहीं हुए हैं, उनका स्कूलों में नामांकन सुनिश्चित किया जाए.
शिक्षकों को दी गई नई जिम्मेदारियां
डीसी ने सभी शिक्षकों और अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बच्चों की उपस्थिति को बेहतर बनाने और स्कूल में एक प्रेरणादायक शैक्षणिक माहौल तैयार करने पर कार्य करें. उन्होंने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए “खेल-खेल में पढ़ाई” की अवधारणा को अपनाने पर बल दिया.
पोषण और स्वच्छता पर विशेष निर्देश
मिड-डे मील की समीक्षा करते हुए डीसी ने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि भोजन न केवल पर्याप्त मात्रा में तैयार हो, बल्कि बच्चों को पौष्टिक आहार भी मिले. साथ ही स्कूल परिसर की साफ-सफाई और पठन-पाठन में छात्रों की रुचि बनाए रखने के उपायों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश भी दिया गया.
बैठक में कौन-कौन रहे उपस्थित?
इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी विनोद कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक मधुकर कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी सहित शिक्षा विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें : Deoghar: दो माह में 2420 चापाकलों की मरम्मत, अब जारी हुआ हेल्पलाइन नंबर – गर्मी में राहत देने जुटा प्रशासन