
मुंबई: मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में चार दिवसीय ‘वर्ल्ड ऑडियो-विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट’ (WAVES 2025) की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन के साथ हुई. “कनेक्टिंग क्रिएटर्स, कनेक्टिंग कंट्रीज” की टैगलाइन के साथ यह शिखर सम्मेलन भारत को वैश्विक मीडिया, मनोरंजन और डिजिटल नवाचार का केंद्र बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
इस मंच पर दुनियाभर के क्रिएटर्स, स्टार्टअप्स, फिल्म उद्योग के प्रमुख हस्तियों और नीति-निर्माताओं को एकत्र किया गया है, जो रचनात्मकता, प्रौद्योगिकी और प्रतिभा के संयोग से भविष्य की दिशा तय करेंगे.
नवाचार का केंद्र: मीडिया और मनोरंजन का भविष्य
WAVES 2025 में फिल्मों, ओटीटी, गेमिंग, कॉमिक्स, डिजिटल मीडिया, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एवीजीसी-एक्सआर, प्रसारण और नवीनतम तकनीकों का समावेश किया जा रहा है. यह सम्मेलन भारत की रचनात्मक क्षमताओं का समग्र प्रदर्शन बनकर उभरेगा.
इसका मुख्य उद्देश्य 2029 तक 50 बिलियन डॉलर के मीडिया बाजार को खोलना है, जिससे भारत की भूमिका वैश्विक मनोरंजन अर्थव्यवस्था में सशक्त होगी.
पहली बार भारत में ग्लोबल मीडिया डायलॉग
WAVES 2025 में पहली बार ‘ग्लोबल मीडिया डायलॉग’ (GMD) का आयोजन भारत में हो रहा है, जिसमें 25 देशों के मंत्री भाग ले रहे हैं. यह आयोजन भारत के वैश्विक मीडिया से संबंधों में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है.
इस समिट में 6,100 से अधिक खरीदारों, 5,200 विक्रेताओं और 2,100 परियोजनाओं वाला WAVES बाज़ार भी स्थापित किया गया है, जो एक वैश्विक ई-मार्केटप्लेस के रूप में काम करेगा.
प्रधानमंत्री का संवाद: भारत मंडप और क्रिएटोस्फियर की यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिएटोस्फियर का दौरा किया, जहां उन्होंने ‘क्रिएट इन इंडिया’ चुनौती के तहत चयनित रचनाकारों से संवाद किया. इस चुनौती में एक लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया था. प्रधानमंत्री ने भारत मंडप का भी अवलोकन किया.
WAVES 2025 में 90 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं, जिनमें 10,000 से ज़्यादा प्रतिभागी, 1,000 से अधिक रचनाकार, 300 से अधिक कंपनियां और 350 से अधिक स्टार्टअप्स शामिल हैं.
कार्यक्रम में रहेगा विविधता का संगम
चार दिनों के इस सम्मेलन में कुल 42 मुख्य सत्र, 39 ब्रेकआउट सत्र और 32 मास्टरक्लास आयोजित किए जाएंगे. इनका आयोजन प्रसारण, इन्फोटेनमेंट, एवीजीसी-एक्सआर, फ़िल्म और डिजिटल मीडिया जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किया जाएगा.
बॉलीवुड सितारों की भव्य मौजूदगी
सम्मेलन में बॉलीवुड सितारों का जमावड़ा देखा गया. शाहरुख़ ख़ान, आलिया भट्ट, रणबीर कपूर, दीपिका पादुकोण, हेमा मालिनी और अक्षय कुमार समेत कई कलाकार उपस्थित रहे. सभी प्रतिनिधि प्रधानमंत्री की बातों को गंभीरता से सुनते दिखाई दिए.
WAVES सिर्फ नाम नहीं, एक लहर है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “WAVES सिर्फ एक संक्षिप्त नाम नहीं, बल्कि संस्कृति, रचनात्मकता और सार्वभौमिक जुड़ाव की लहर है. इस लहर पर फिल्में, संगीत, गेमिंग, नवाचार और कहानियाँ सवार हैं.”
उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में वे गेमिंग, संगीत, फिल्म और तकनीकी दुनिया के प्रतिनिधियों से मिले हैं और भारत की रचनात्मक क्षमता की चर्चा हर मंच पर हुई है.
500 देशों में गाया गया ‘वैष्णव जन तो’
प्रधानमंत्री ने बताया कि ‘वैष्णव जन तो’ भजन को 500 देशों के कलाकारों ने गाया. उन्होंने कहा कि कला भावनाओं की अभिव्यक्ति है, और भारत को ‘जग का मन’ जीतना है.
भारतीय सिनेमा की गौरवगाथा: राजा हरिश्चंद्र से लेकर ऑस्कर तक
प्रधानमंत्री ने याद दिलाया कि आज से 112 वर्ष पूर्व 3 मई 1913 को भारत की पहली फीचर फिल्म राजा हरिश्चंद्र रिलीज़ हुई थी, जिसे दादा साहेब फाल्के ने बनाया था. उन्होंने आरआरआर की ऑस्कर में सफलता और ए.आर. रहमान की धुनों को वैश्विक प्रभाव के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया.
सरकार द्वारा जारी डाक टिकटों के माध्यम से भारतीय सिनेमा के दिग्गजों को सम्मानित करने की बात भी उन्होंने साझा की.
भारत की रचनात्मक शक्ति को वैश्विक मंच मिला
WAVES 2025 न केवल भारत की सांस्कृतिक विरासत और रचनात्मकता को वैश्विक पहचान दिला रहा है, बल्कि यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक नई दिशा भी तय कर रहा है. यह सम्मेलन भारत के सॉफ्ट पॉवर को मजबूती देने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम के रूप में देखा जा रहा है.
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