
खड़गपुर: रेल यात्रा के दौरान अनियमितता रोकने की दिशा में दक्षिण पूर्व रेलवे ने एक और सख्त कदम उठाया है। 6 जून 2025 को ट्रेन संख्या 12842 (चेन्नई-शालीमार कोरोमंडल एक्सप्रेस) में खड़गपुर रेल मंडल की एडीआरएम (ऑपरेशन) मनीषा गोयल के नेतृत्व में एक औचक टिकट जांच अभियान चलाया गया, जिसने यात्रियों और अवैध वेंडरों को चौंका दिया।
खड़गपुर से संतरागाछी तक चलाए गए इस गहन जांच अभियान में 13 यात्रियों को बिना टिकट या अनियमित यात्रा करते पकड़ा गया, जिनसे कुल मिलाकर ₹8,500 का जुर्माना वसूला गया। टीम ने यह स्पष्ट किया कि ऐसे अभियानों का उद्देश्य केवल जुर्माना वसूलना नहीं, बल्कि ट्रेन में अनुशासन और सुरक्षित यात्रा का माहौल सुनिश्चित करना है।
जांच के दौरान ट्रेन में अनधिकृत रूप से सामान बेचते एक वेंडर को भी पकड़ा गया, जिसे संतरागाछी स्टेशन पर ट्रेन से उतारकर दंडित किया गया। रेलवे ने यह संदेश दिया कि बिना अनुमति व्यवसाय करना यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे के नियमों का उल्लंघन है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रेल प्रशासन ने साफ किया है कि ऐसे औचक निरीक्षण अब नियमित रूप से जारी रहेंगे। मंडल अधिकारियों और टिकट जांच दलों द्वारा बार-बार ऐसे विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं, जिससे यात्रियों को बिना टिकट यात्रा करने से रोका जा सके और अनधिकृत वेंडिंग पर प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके।
खड़गपुर रेल मंडल ने यात्रियों से नियमित टिकट लेकर यात्रा करने और अवैध गतिविधियों की जानकारी देने की अपील की है। रेलवे का कहना है कि यात्रियों की सक्रिय भागीदारी से ही रेल सेवा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और भरोसेमंद बनाया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें : Saraikela: झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक ने मेधावी छात्रों को किया सम्मानित, बढ़ाया आत्मविश्वास