
सरायकेला: धरती आबा जनभागीदारी अभियान के अंतर्गत सरायकेला जिले के कुचाई प्रखंड स्थित बिरसा मुंडा स्टेडियम में एक विशेष शिविर का आयोजन किया गया. यह आयोजन 150वें जनजातीय गौरव वर्ष के उपलक्ष्य में संपन्न हुआ. कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ खरसावां के विधायक दशरथ गागराई, भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव बृजनंदन प्रसाद तथा परियोजना निदेशक (आईटीडीए) सह उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.
पारंपरिक संस्कृति से सजा मंच
शिविर में उपस्थित अतिथियों का स्वागत पारंपरिक रीति से किया गया. स्थानीय महिलाओं ने उन्हें स्वनिर्मित मुकुट व टोपी पहनाकर, पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया. मांदर की ताल पर अतिथियों ने भी सुर में सुर मिलाया और सांस्कृतिक गौरव का संदेश दिया.
विधायक गागराई ने किया कुचाई की उपलब्धियों का उल्लेख
अपने संबोधन में विधायक गागराई ने कुचाई की पहचान तीरंदाजी, फुटबॉल और कुचाई सिल्क जैसे क्षेत्रों में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने पर गर्व जताया. उन्होंने मरंगहातु गांव का उल्लेख करते हुए बताया कि इस गांव को भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने प्रेरणादायक स्थल बताया था.
उन्होंने कहा कि धरती आबा उत्कर्ष अभियान की शुरुआत कुचाई से होना गर्व की बात है. 15 से 30 जून तक चलने वाले इन शिविरों का उद्देश्य वंचित समुदायों को सरकारी योजनाओं से जोड़ना है.
महिलाओं की जागरूकता से अभिभूत दिखे संयुक्त सचिव
संयुक्त सचिव बृजनंदन प्रसाद ने शिविरों में महिलाओं की भागीदारी को अत्यंत सराहनीय बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण हेतु सतत प्रयासरत हैं. उन्होंने लाभुकों से अपील की कि वे शिविरों में आवश्यक दस्तावेजों के साथ उपस्थित होकर योजनाओं का लाभ लें.
प्रसाद ने जानकारी दी कि जिले के 496 चयनित गांवों में धरती आबा जनभागीदारी अभियान के अंतर्गत शिविर आयोजित किए जा रहे हैं. इनमें आधार, राशन कार्ड, स्वास्थ्य सेवाएं, बैंकिंग, पेंशन, स्वरोजगार जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं.
कार्यक्रम के दौरान जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया. हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गई और एक सुंदर सेल्फी प्वाइंट का भी अनावरण किया गया. इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गए. शिविर में चयनित लाभुकों के बीच पारिसंपत्तियों का वितरण भी किया गया.
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