
देवघर: देवघर के इंटक जिलाध्यक्ष अनंत मिश्रा और प्रदेश सचिव अजय सिंह ने पर्यटन मंत्री को एक पत्र लिखकर बैद्यनाथ महोत्सव 2025 में स्थानीय कलाकारों की उपेक्षा का आरोप लगाया है. दोनों नेताओं ने अपने पत्र में कहा कि इस बार बैद्यनाथ महोत्सव के आयोजन में स्थानीय कलाकारों से कोई विचार-विमर्श नहीं किया गया. इसके पूर्व वर्षों में महोत्सव के आयोजन से पहले हमेशा स्थानीय कलाकारों से चर्चा की जाती थी और उनकी प्रतिभा के आधार पर ही उनका चयन किया जाता था.
स्थानीय कलाकारों की अहमियत और योगदान
पत्र में उल्लेख किया गया कि देवघर और इसके आसपास के क्षेत्रों में कई प्रतिभाशाली और कुशल कलाकार हैं, जिनका संपर्क राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों से भी है. इन कलाकारों ने वर्षों से गायन, संगीत और अन्य कला क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. पिछले कुछ दशकों में, विशेष रूप से गायन के क्षेत्र में कई स्थानीय गायक कलाकारों को बैद्यनाथ महोत्सव में सम्मानित किया गया था, जो उनके कठिन प्रयासों और कला की पहचान का प्रतीक था. लेकिन वर्तमान में, चंद गायक कलाकारों को छोड़कर अन्य प्रतिभाशाली कलाकारों का चयन न करना न केवल उनकी मेहनत का अपमान है, बल्कि यह कला की विविधता को भी नकारने जैसा है.
मंत्री से हस्तक्षेप की मांग
इंटक के नेताओं ने पर्यटन मंत्री से आग्रह किया है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और जिला प्रशासन से जानकारी प्राप्त करें कि इस महोत्सव में कुल कितने स्थानीय कलाकारों की सहभागिता है. उन्होंने कहा कि इस बात की समीक्षा होनी चाहिए कि स्थानीय कलाकारों को उचित सम्मान और मंच मिल रहा है या नहीं.
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