- फौजी एंड फ्रेंड्स टीम, जय हो फाउंडेशन और सामाजिक संस्थाओं ने मिलकर उठाया सराहनीय कदम
- सामाजिक संगठनों ने लिया संकल्प – स्वच्छ जल ही जीवन का आधार
जमशेदपुर : प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन स्थल के रूप में पहचान रखने वाला डिमना लेक दुर्गा पूजा के बाद प्रदूषण की मार झेलने लगा था। विसर्जित मूर्तियों और पूजा सामग्रियों से लेक का किनारा कचरे के ढेर में बदल गया था। इसी समस्या को देखते हुए फौजी एंड फ्रेंड्स टीम और जय हो के आवाहन पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद, कोरू फाउंडेशन, टाटा स्टील फाउंडेशन, ग्रीन कैप और मानगो के जिम्मेदार नागरिकों ने संयुक्त रूप से एक स्वच्छता अभियान चलाया। अभियान के दौरान गहरे पानी में डूबे विसर्जित मूर्तियों के अवशेष, ईंट, मिट्टी, कपड़े, फूल-माला और पूजा सामग्रियों को निकालकर साफ किया गया। जुस्को की मदद से सभी मूर्ति अवशेषों को उचित स्थान पर सुरक्षित निष्पादित किया गया ताकि उनके पुनर्चक्रण का उपयोग भविष्य में किया जा सके।
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डिमना लेक सफाई अभियान ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
अभियान के दौरान पानी के भीतर टूटे शराब की बोतलें, मिट्टी के बर्तन और मूर्तियों में लगे कंटीले ढांचे सफाई दल के लिए बड़ी चुनौती बने रहे। इसके बावजूद टीम ने कठिन परिश्रम और सामूहिक सहयोग से अभियान पूरा किया। गौरतलब है कि इस अभियान में कई ऐसे युवा भी जुड़े, जो एक-दूसरे को पहले से नहीं जानते थे, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से प्रेरित होकर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने पहुंचे। अभियान में पूर्व सैनिक सुशील कुमार सिंह, हंसराज सिंह, सुरेंद्र प्रसाद मौर्य, रजत डे, महेश जोशी, पी.के. मिश्रा, जयप्रकाश पाठक, आर.पी. सिंह, बानरा, प्रणब कुमार पाल, दुलाल महतो, रवि तंतुबई, रिक घोष, जॉय प्रकाश घोष, श्याम घोष और सुवजीत घोष सक्रिय रूप से शामिल रहे। सभी ने लोगों से जल संरक्षण और सफाई के प्रति जागरूक होने का संदेश दिया।