
जमशेदपुर: जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बिष्टुपुर कैंपस में विविध जागरूकता गतिविधियों और सेवा कार्यों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया. इस अवसर पर छात्राओं ने न केवल पर्यावरणीय शपथ ली, बल्कि स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन और पौधरोपण को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सक्रिय भागीदारी निभाई. छात्राओं ने सबसे पहले पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली. उन्होंने संकल्प लिया कि वे अपने आस-पास के क्षेत्र को स्वच्छ और हरित बनाए रखने के लिए कृतसंकल्प रहेंगी. सभी को गीले और सूखे कचरे के पृथक संग्रह, उसके पूर्ण संसाधन और पुनः उपयोग के महत्व के बारे में जागरूक किया गया. कार्यक्रम के दौरान प्लास्टिक प्रदूषण के दुष्परिणामों पर भी विस्तृत चर्चा हुई. छात्राओं ने बताया कि किस प्रकार प्लास्टिक हमारे पर्यावरण, जल स्रोतों और जीवन तंत्र को प्रभावित करता है. उन्होंने प्लास्टिक के उपयोग को सीमित करने और वैकल्पिक उपाय अपनाने की अपील की. विश्वविद्यालय परिसर में कार्यरत सफाई कर्मियों को पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी मूलभूत जानकारी दी गई. छात्राओं ने उनके साथ मिलकर परिसर की सफाई में भी योगदान दिया, जिससे यह संदेश गया कि स्वच्छता केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सामूहिक भागीदारी है.
औषधीय और फलदार पौधों का रोपण
कार्यक्रम के अंतिम चरण में छात्राओं ने पौधारोपण कर पर्यावरण संवर्धन की दिशा में व्यावहारिक पहल की.
उन्होंने नीम, तुलसी, एलोवेरा, पीपल, जामुन, केला और आम जैसे औषधीय और फलदार पौधों का रोपण किया. साथ ही पौधों की नियमित देखभाल और संरक्षण की योजना भी बनाई. इस संपूर्ण आयोजन को सफल बनाने में एनएसएस प्रभारी डॉ. सुनीता कुमारी और छात्राओं की भूमिका उल्लेखनीय रही. उन्होंने आयोजन की रूपरेखा तैयार की और छात्राओं को प्रेरित करते हुए उन्हें एक जिम्मेदार पर्यावरण संरक्षक बनने का संदेश दिया.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur: राधा रानी मंडली ने स्कूल में लगाया वाटर कूलर, निर्जला एकादशी पर बांटा शरबत