Trump Vs. Musk: दुनिया की दो शक्तिशाली हस्तियों की टकराहट, जानिए कौन किस पर कितना पड़ेगा भारी?

Spread the love

नई दिल्ली: दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विश्व के सबसे अमीर उद्योगपति एलन मस्क के बीच हालिया टकराव ने न केवल अमेरिका, बल्कि वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था को भी झकझोर कर रख दिया है. बीते दो दिनों में इन दोनों शख्सियतों ने एक-दूसरे पर न सिर्फ तीखे व्यक्तिगत हमले किए, बल्कि कई चौंकाने वाले आरोप भी लगाए हैं.

यौन उत्पीड़न और अरबों डॉलर की धमकियों के साए में
एलन मस्क ने दावा किया कि ट्रंप का दिवंगत यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन से संबंध रहा है. जवाब में ट्रंप ने मस्क की कंपनियों को मिलने वाले सरकारी अनुबंध रद्द करने की धमकी देते हुए कहा कि इससे जनता के अरबों डॉलर बचाए जा सकते हैं. इस विवाद के चलते टेस्ला को अब तक 152 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है, जबकि विपक्ष ने ट्रंप के खिलाफ एक बार फिर महाभियोग की मांग तेज कर दी है.

क्या ट्रंप वास्तव में मस्क की कंपनियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं?
1. सरकारी अनुबंधों पर संकट
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, मस्क की कंपनियों को अमेरिका सरकार से अब तक 38 अरब डॉलर के अनुबंध मिल चुके हैं. इनमें स्पेसएक्स और टेस्ला दोनों शामिल हैं. ट्रंप ने संकेत दिया है कि वे इन अनुबंधों को खत्म कर सकते हैं, जिससे मस्क की सालाना आय में भारी गिरावट आ सकती है.

2. नशीले पदार्थों के आरोप और जांच
एलन मस्क पर नशीले पदार्थों के उपयोग को लेकर न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉल स्ट्रीट जर्नल ने गंभीर सवाल उठाए हैं. नासा के साथ अनुबंध में स्पष्ट निर्देश है कि कंपनियों को नशामुक्त माहौल सुनिश्चित करना होगा. यह विवाद मस्क की स्पेसएक्स के भविष्य पर असर डाल सकता है.

3. आव्रजन स्थिति पर उठते सवाल
ट्रंप समर्थक स्टीव बैनन ने मस्क की नागरिकता पर सवाल उठाते हुए उनकी निर्वासन की मांग की है, हालांकि मस्क पहले ही अमेरिकी नागरिक बन चुके हैं.

4. राष्ट्रपति की शक्तियों का दुरुपयोग?
विशेषज्ञ मानते हैं कि ट्रंप, राष्ट्रपति बनने के बाद, मस्क को नुकसान पहुंचाने के लिए सरकारी एजेंसियों का उपयोग कर सकते हैं. इससे मस्क की कारोबारी साख और अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों पर असर पड़ेगा.

5. दक्षिणपंथी वोटबेस में सेंध?
मस्क, जो पहले ट्रंप समर्थकों में गिने जाते थे, अब दक्षिणपंथी वोटरों से दूरी बना सकते हैं. ट्रंप समर्थक सांसदों ने मस्क पर हमले शुरू कर दिए हैं.

क्या एलन मस्क ट्रंप के लिए बनेंगे चुनौती?
1. X प्लेटफॉर्म को ट्रंप के खिलाफ मोड़ना
एलन मस्क के एक्स प्लेटफॉर्म पर 22 करोड़ फॉलोवर्स हैं. उन्होंने यौन उत्पीड़न मामले में ट्रंप का नाम लेकर तूफान खड़ा कर दिया. मस्क द्वारा चलाए गए पोल में बड़ी संख्या में लोगों ने ट्रंप के खिलाफ राय दी, जिससे ट्रंप की छवि को गहरी चोट पहुंची.

2. क्या मस्क बना सकते हैं नया राजनीतिक दल?
मस्क ने इशारा दिया है कि वे अमेरिका में नया राजनीतिक आंदोलन खड़ा कर सकते हैं. एक्स पर हुए सर्वे में 80 फीसदी लोगों ने एक नई पार्टी के विचार को समर्थन दिया है.

3. वैश्विक व्यापार से ट्रंप की विदेश नीति को प्रभावित करना
स्टारलिंक और टेस्ला जैसी कंपनियों के जरिए मस्क, रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर चीन-अमेरिका व्यापार तक में भूमिका निभा रहे हैं. हालांकि ट्रंप का कोई भी नीति परिवर्तन मस्क के व्यापार पर सीधा असर डाल सकता है.

4. नासा पर दबाव बनाना
स्पेसएक्स और नासा की साझेदारी को लेकर ट्रंप ने कहा कि वे कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर सकते हैं. जवाब में मस्क ने चेतावनी दी कि वे ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को बंद कर देंगे, जिससे नासा की कई योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं.

5. ट्रंप के राज़ खोलने की धमकी
मस्क ने दावा किया है कि वे ट्रंप के कई गोपनीय तथ्यों से वाकिफ हैं. उन्होंने हाल ही में एपस्टीन से जुड़े ट्रंप का नाम सार्वजनिक किया, हालांकि बाद में पोस्ट हटा लिया.

 

टकराव या नई दिशा?

ट्रंप और मस्क के इस खुल्ले टकराव ने अमेरिकी राजनीति में नया मोड़ ला दिया है. जहां एक तरफ यह जुबानी जंग व्यक्तिगत लगती है, वहीं इसके पीछे शक्तिशाली नीतिगत संघर्ष भी झलकता है. अब देखने वाली बात यह है कि क्या यह टकराव अमेरिका की राजनीति को नई दिशा देगा या फिर दोनों के लिए आत्मघाती साबित होगा?

इसे भी पढ़ें : Sonia Gandhi: छुट्टियों के दौरान बिगड़ी सोनिया गांधी की तबीयत, IGMC में कराया गया भर्ती


Spread the love
  • Related Posts

    HDFC बैंक के CEO पर लगा घोटाले का आरोप, बैंक ने बताया ‘बकाया वसूली से बचने की चाल’

    Spread the love

    Spread the loveनई दिल्ली: मुंबई स्थित लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट ने HDFC बैंक के एमडी और सीईओ शशिधर जगदीशन के खिलाफ 25 करोड़ रुपये के वित्तीय घोटाले को लेकर…


    Spread the love

    US Baseline Tariff: बेसलाइन टैरिफ पर भारत-अमेरिका के बीच गर्म बहस, भारत की दो टूक – शुल्क हटाओ, नहीं तो…..

    Spread the love

    Spread the loveनई दिल्ली: अमेरिका द्वारा सभी देशों से आयात पर लगाए गए 10% बेसलाइन टैरिफ का मुद्दा अब भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता के केंद्र में आ चुका है. 2 अप्रैल…


    Spread the love

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *