नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वामपंथी संगठन ANTIFA को “प्रमुख आतंकवादी संगठन” घोषित कर दिया है। यह कदम उनके करीबी सहयोगी और दक्षिणपंथी कार्यकर्ता चार्ली किर्क की हत्या के कुछ दिनों बाद उठाया गया।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा— “ANTIFA एक बीमार, खतरनाक और कट्टरपंथी वामपंथी आपदा है। इसे अब आतंकवादी संगठन घोषित किया जा रहा है।” उन्होंने चेतावनी दी कि एंटीफा को फंड करने वालों की हाई लेवल जांच होगी और किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।
चार्ली किर्क का जिक्र
व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफन मिलर ने बताया कि चार्ली किर्क ने उन्हें आखिरी संदेश में हिंसा फैलाने वाले अनाम वामपंथी समूहों पर सख्त कार्रवाई करने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि सरकार हर संसाधन का इस्तेमाल कर इन संगठनों को खत्म करेगी।
याद दिला दें, ट्रंप पहले भी मई 2020 में एंटीफा को आतंकी संगठन घोषित करने की बात कह चुके थे।
क्या है ANTIFA
ANTIFA यानी “एंटी-फासिस्ट”— बिखरे हुए वामपंथी समूहों का एक नेटवर्क है, जो खुद को फासीवाद और नस्लवाद के खिलाफ मानते हैं।
सामरिक एवं अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र (CSIS) के अनुसार, यह संगठन अति-वामपंथी उग्रवादियों का नेटवर्क है। इसके प्रतीकों में 1917 की रूसी क्रांति का लाल झंडा और अराजकतावादियों का काला झंडा शामिल है।
एंटीफा समूह अक्सर दक्षिणपंथी रैलियों और सभाओं में विरोध प्रदर्शन करते हैं। उनकी गतिविधियां सोशल मीडिया, एन्क्रिप्टेड नेटवर्क और मैसेजिंग ऐप्स जैसे सिग्नल के जरिए संगठित की जाती हैं।
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