
मुंबई: फेमस टीन ड्रामा ‘कितनी मस्त है जिंदगी’ में उदिता के किरदार से चर्चा में आईं बरखा बिष्ट ने हाल ही में अपने करियर के शुरुआती दिनों से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया. उन्होंने बताया कि जब उन्होंने बालाजी टेलीफिल्म्स के एक शो को छोड़ने का फैसला किया, तो एकता कपूर ने उनके खिलाफ कानूनी केस दर्ज करा दिया था.
23 साल की उम्र में कानूनी धमकियों से थीं परेशान
बरखा ने बताया कि उस समय वह सिर्फ 23 साल की थीं और एकता की टीम से मिली कानूनी धमकियों के कारण बेहद घबरा गई थीं. इस केस को लेकर वह इतनी परेशान थीं कि उन्होंने अपने परिवार को इस बारे में कुछ भी नहीं बताया.
मुकदमे की लड़ाई अकेले लड़ी
सिद्धार्थ कन्नन को दिए इंटरव्यू में बरखा ने कहा,
“मैंने घर पर किसी को नहीं बताया था. मैंने एक वकील को हायर किया और केस लड़ा. समय के साथ एकता को अहसास हुआ कि यह बेकार है और वह पीछे हट गईं.” उन्होंने यह भी कहा कि उस समय एकता कपूर के पास किसी का करियर बनाने या बिगाड़ने की शक्ति थी.‘एकता चाहतीं तो खत्म कर सकती थीं मेरा करियर’
बरखा ने आगे कहा,
“घर से लड़कर मुंबई आने के बाद वापस जाकर शिकायत नहीं कर सकती थी. मैं जो भी करूंगी, खुद करूंगी. एक न्यूकमर के रूप में मेरा करियर खत्म हो सकता था, लेकिन किसी भगवान की शक्ति से, एकता पीछे हट गईं. अगर वह चाहतीं, तो मेरा करियर पूरी तरह खत्म कर सकती थीं.”
बरखा बिष्ट का वर्क फ्रंट
बरखा को आखिरी बार ‘पावर ऑफ पांच’ में देखा गया था, जिसमें उन्होंने रीवा अरोड़ा, जयवीर जुनेजा, आदित्य अरोड़ा, अनुभा अरोड़ा, बियांका अरोड़ा, यश सहगल और उर्वशी ढोलकिया के साथ स्क्रीन शेयर की थी. बरखा बिष्ट का यह खुलासा एक बार फिर टीवी इंडस्ट्री के अंदरूनी संघर्षों को उजागर करता है, जहां कलाकारों को अपने करियर की राह में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
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