
भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद् का फैसला, आज नहीं होगा अमृत स्नान
महाकुंभः प्रयागराज के संगम क्षेत्र में मौनी अमावस्या के अमृत स्नान से पहले भगदड़ मचने की घटना सामने आई है. जिसमें 17 से अधिक लोगों की मौत की होने की सूचना मिल रही है. हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत की. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान रद्द करने का निर्णय लिया है. संगम क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेड्स हटा दिए गए हैं, लेकिन वहां अब भी बड़ी संख्या में लोग मौजूद हैं. भगदड़ के बावजूद श्रद्धालु संगम तट तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. साधु-संतों ने लोगों से संगम तट जाने से बचने की अपील की है. गौरतलब है कि 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक लगभग 15 करोड़ श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा चुके हैं. प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने की संभावना है.
अफवाह से फैली भगदड़
मंगलवार की रात को एक बजे के लगभग अपवाह फैलने से संगम घाट पर भगदड़ मच गई. जिसमें लोग भागने लगे इक दौरान कई बुजूर्ग महिलाएं और बच्चे दब गए जिसकेकारण उनकी मौत हो गई. वहीं इस घटना में बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. यह हादसा अत्यधिक भीड़ के चलते हुआ. अचानक मची भगदड़ से किसी को संभलने का मौका नहीं मिला. इधर हादसे में घायल हुए लोगों को बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है. अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है. राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा हुआ है. मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि अफवाह के कारण भगदड़ हुई. 50 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं. सभी को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद् का फैसला, आज नहीं होगा अमृत स्नान
प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ मचने के बाद अखाड़ा परिषद् ने फैसला किया है कि मौनी अमावस्या के दिन अमृत स्नान नहीं होगा. यह जानकारी अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने दी. उन्होंने कहा कि महाकुंभ प्रयागराज में मंगलवार को भगदड़ की घटना मचने के बाद अखाड़े ने मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान का कार्यक्रम पूरी तरह रद्द कर दिया है. अब आज कोई भी अखाड़ा अमृत स्नान नहीं करेगा. अखाड़े ने अपने जुलूस भी वापस शिविरों में बुला लिए हैं.