
चाईबासा: चाईबासा के रोमन कैथोलिक ईसाई समुदाय ने संत जेवियर्स स्कूल मैदान में शनिवार रात श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ ईस्टर (प्रभु ईसा मसीह के पुनरुत्थान का पर्व) मनाया. यह पर्व पास्का जागरण आराधना के माध्यम से शुरू हुआ, जिसमें अंधकार से प्रकाश की ओर प्रार्थना के साथ प्रवेश किया गया. मध्यरात्रि तक वातावरण भक्तिभाव से सराबोर हो गया.
बाइबल पाठ में बताया – जीवन का उद्देश्य है प्रेम और दया
जागरण के दौरान पवित्र बाइबल के पाँच पाठों का वाचन हुआ. इन पाठों में बताया गया कि ईश्वर ने सृष्टि रची और मनुष्य को अन्य प्राणियों व प्रकृति पर विवेकपूर्वक शासन का अधिकार दिया. प्रभु ईसा मसीह भी मानव रूप में इसी उद्देश्य से पृथ्वी पर आए – सही और गलत में फर्क कर प्रेम के बल पर सच्चाई का मार्ग प्रशस्त करने के लिए. लेकिन उनके सत्यनिष्ठ जीवन से यहूदी शासकों को आपत्ति हुई और उन्होंने उन्हें सूली पर चढ़ा दिया. ईसा मसीह ने मानवता को पाप और घृणा से मुक्त करने के लिए पुनः जीवन प्राप्त किया. यही पुनरुत्थान ईस्टर का संदेश है – बुरे कर्मों का त्याग और प्रेममयी जीवन की शुरुआत.
‘अल्लेलुइया’ की गूंज और मोमबत्तियों की ज्योति से जगमगाया मैदान
जैसे ही मध्यरात्रि हुई, सभी मोमबत्तियों और रोशनी के साथ “अल्लेलुइया” – ईश्वर की स्तुति हो – का उद्घोष हुआ. हर ओर “हैप्पी ईस्टर” की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान हुआ. इस पवित्र क्षण ने विश्वासियों के मन में नई आशा और विश्वास का संचार किया.
फादर अगस्टिन कुल्लू ने चढ़ाया मिस्सा बलिदान
मुख्य अनुष्ठाता फादर अगस्टिन कुल्लू ने मिस्सा पूजा अर्पित की और कहा, “हम प्रभु के पुनरुत्थान को आत्मशुद्धि और पापों से पश्चाताप के रूप में स्वीकार करें. प्रेम और दया के मार्ग पर चलकर पवित्र बाइबल के वचनों को अपने जीवन में उतारें.”
कोयर दल ने भक्तिमय गीतों से सजाया माहौल
प्रार्थना सभा के दौरान पल्ली कोयर दल – रोबिन बलमुचू, आलोक मिंज, संजीव कुमार बलमुचू, अमातुस तोपनो, सुनीता हेम्ब्रम, रोयलेन तोपनो ने प्रभु ईसा के पुनरुत्थान से जुड़े गीतों की प्रस्तुति दी. इनके गीतों ने पूरे परिसर को भक्तिरस से भर दिया. धर्मविधियों की उद्घोषणा ब्रदर अनिल कर रहे थे.
अंत में जल को पवित्र कर उसे विश्वासियों के बीच वितरित किया गया. यह जल प्रभु के आशीर्वाद का प्रतीक था, जो सभी को शुद्ध जीवन की ओर प्रेरित करता है.
ईस्टर संडे पर मिस्सा – हिंदी और हो भाषा में उपदेश
रविवार को रोमन कैथोलिक चर्च में ईस्टर संडे मनाया गया. पल्ली पुरोहित निकोलस केरकेट्टा और फादर अगस्टिन कुल्लू ने क्रमशः हिंदी और हो भाषा में मिस्सा चढ़ाया और जीवन में प्रेम, दया और पश्चाताप के महत्व को बताया.
इस पावन अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे, जिनमें प्रमुख रूप से आशीष बिरुवा, रोबर्ट सावैयां, सिस्टर ज्योत्स्ना, सिस्टर नीलिमा, किशोर तामसोय, जेवियर देवगम, एलिसबा डुंगडुंग, फेड्रिक कुजूर सहित अनेक ईसाई विश्वासीगण सम्मिलित रहे.
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