
गम्हरिया: गम्हरिया प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत बुरूडीह पंचायत के बड़ामारी में जिला परिषद फंड से स्वीकृत उप स्वास्थ्य केंद्र का विरोध शुरू हो गया है. मामले को लेकर ग्रामीणों द्वारा उपायुक्त, डीडीसी, बीडीओ व सीओ को ज्ञापन सौंप विरोध प्रकट किया गया. साथ ही निर्माण स्थल को बदलकर गांव के बीच निर्माण कराने की मांग की गयी. विदित हो कि जिला परिषद फंड से करीब 55 लाख रुपये की लागत से बनने वाले उपस्वास्थ्य केंद्र का शिलान्यास आठ जून को जिप अध्यक्ष सोनाराम बोदरा व उपाध्यक्ष मधुश्री महतो ने किया था. ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माणस्थल चयन तथा निर्माण को लेकर किसी प्रकार की ग्रामसभा नहीं की गयी थी, जबकि शिलान्यास कार्यक्रम की भी जानकारी ग्रामीणों को नहीं दी गयी थी. इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है.
पंचायतवासी नहीं उठा पायेंगे अस्पताल का लाभ
ज्ञापन में कहा गया है कि अस्पताल निर्माण के लिए जिस जगह पर शिलान्यास हुआ है. वह गांव से बाहर सुनसान जगह पर है, जो हाथी प्रभावित क्षेत्र है. वहां जाने के लिए रास्ता भी नहीं है. उक्त जगह पर अस्पताल बनने से वह सुरक्षित भी नहीं रहेगा. साथ ही गांव से बाहर होने की वजह से पंचायतवासी उसका लाभ भी नहीं उठा पायेंगे.
गम्हरिया में जिला परिषद फंड का विवादों से रहा है रिश्ता
गम्हरिया प्रखंड क्षेत्र में जिला परिषद फंड का अधिकांश योजनाओं का विवादों से रिश्ता रहा है. करीब एक माह पूर्व छोटा गम्हरिया पंचायत में बनने वाले उप स्वास्थ्य केंद्र को आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के गायत्री नगर में शिलान्यास किया गया, जिसका ग्रामीणों द्वारा विरोध किया गया. इसके पूर्व प्रखंड क्षेत्र के नाम पर चहारदीवारी का निर्माण भी आदित्यपुर में किया गया है. वहीं गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत यशपुर पंचायत के मुड़कुम में भी निविदा से पूर्व ही जलमीनार का निर्माण कर दिया गया था. मामला प्रकाश में आने पर उसे पंचायत फंड बताते हुए बोर्ड लगा दी गयी.योजना टेंडर के माध्यम से हुई है. इसमें ग्रामसभा की आवश्यकता नहीं होती है. वहीं जमीन का सत्यापन अंचल कार्यालय से किया गया है. उसके बाद ही शिलान्यास हुआ है : मधुश्री महतो, जिप उपाध्यक्ष सरायकेला-खरसावां.
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