
नौ दिवसीय प्रवास पर रहेंगे प्रभु बलभद्र, जगन्नाथ व बहन सुभद्रा
बहरागोड़ा: बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के खंडामौदा पंचायत अंतर्गत खामार गांव में माघी रथ यात्रा की शुरूआत बुधवार को हुई. शाम को पुजारी शंकर प्रसाद कर के द्वारा वैदिक रीति रिवाज के अनुसार सुसज्जित रथ की पूजा अर्चना करने के बाद जग्गनाथ महाप्रभु की विशेष पूजा की गई. उसके पश्चात प्रभु बलभद्र, जगन्नाथ व बहन सुभद्रा को रथ पर विराजमान किया गया. वहां से रथ मौसीबाड़ी के लिए प्रस्थान किया. दिकबर्दा गांव होते हुए रथ ले जाया गया. जहां स्व. कृष्णा चंद्र त्रिपाठी के घरेलू मंदिर (मौसीबाड़ी) में प्रवेश किया. बुधवार को सप्तमी तिथि में पहला रथ को खींचकर 8 दिन तक दिकबर्दा मौसी बाड़ी में ठहराया जाता है.
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नौवें दिन घुरती रथयात्रा का होता है आयोजन
नौवें दिन पूर्णिमा तिथि को हजारों भक्तों के बीच तीनों देवताओं की प्रतिमा को रथ पर आरूढ़ कराकर गाजे बाजे के साथ क्षेत्र भ्रमण कराया जाता है. उसके बाद रथ यात्रा का समापन होता है. ग्रामीणों के मुताबिक ओडि़शा एवं झारखंड में ही केवल माघी रथ यात्रा निकाली जाती है. इसका पालन ब्रिटिश काल से ही होते आ रहा है. मौसीबाड़ी में नौवें दिन तक हर दिन शाम को विशेष कार्यक्रम होता है तथा सभी भक्तों के बीच प्रसाद वितरण किया जाता है. नौवें दिन आसपास के गांव के सैकड़ों भक्त शामिल होकर वापस रथयात्रा को गंतव्य तक पहुंचाते हैं. इस मौके पर सुजीत गिरी, संतोष त्रिपाठी,सपन त्रिपाठी,सुधीर त्रिपाठी,शंकर कर,सुधीर कर,आंनद महापात्रा,राकेश धड़ा आदि उपस्थित थे.
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