
देवघर: मधुपुर प्रखंड के गोविंदपुर पंचायत अंतर्गत हरिपुर कोलवा-जमुनी घाट (रानी घाट) पर पुल निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत वर्ष 2021 में स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे की अनुशंसा पर पुल निर्माण को लेकर सर्वेक्षण कराया गया था. ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के अभियंताओं द्वारा सर्वे का कार्य पूर्ण किया गया, परंतु चार वर्ष बीत जाने के बावजूद कार्य अब तक शुरू नहीं हो पाया.
वर्षा ऋतु में बनती है त्रासदी, श्रद्धालु और मरीज होते हैं परेशान
ग्रामीणों ने बताया कि रानी घाट पर पुल का निर्माण धार्मिक और आर्थिक दृष्टिकोण से अत्यंत आवश्यक है. वर्षा के दिनों में दूध व्यापारियों, मरीजों और श्रद्धालुओं को कोलवा उपस्वास्थ्य केंद्र एवं सिद्धपीठ पथरोल काली मंदिर तक पहुंचने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. यही नहीं, कोलवा मां काली मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए आने वाले भक्त भी असुविधा में रहते हैं.
जनप्रतिनिधियों से ग्रामीणों ने की तत्काल कार्रवाई की मांग
शनिवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण रानी घाट पर एकत्रित हुए और सांसद व स्थानीय विधायक से शीघ्र पुल निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की. ग्रामीणों ने कहा कि विभागीय उदासीनता से आम जनता की समस्याएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं, जिसे अब और सहन नहीं किया जा सकता.
इनकी रही उपस्थिति, विरोध को मिला व्यापक समर्थन
विरोध प्रदर्शन के दौरान रामकुमार अम्बष्ठ, प्रदीप सहाय, केदारनाथ शाही, सौरभ सिन्हा, अनुपम अम्बष्ठ, उपेंद्र यादव, जितेंद्र यादव, सुमित झा, परवीन ठाकुर, राजीव झा, पवरित यादव, सौरभ झा, विकास झा, अनछु मांझी, छोटू मांझी, सूरज यादव, जीत, मन्नी, अनिरुद्ध सिन्हा समेत कई ग्रामीण उपस्थित थे.
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