
देवघर: देवघर एम्स में 21 जून को इमरजेंसी सेवा की शुरूआत होगी। यह जानकारी गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने दी। उन्होंने एम्स का निरीक्षण किया और इमरजेंसी सेवा चालू करने से जुड़े संसाधनों का जायजा लिया। निशिकांत दुबे ने कहा कि एम्स में इमरजेंसी सेवा के चालू होने से गंभीर मरीजों को इलाज में सुविधा होगी। उन्हें दिल्ली, वैल्लोर नहीं जाना पड़ेगा।
इमरजेंसी बिल्डिंग बनकर तैयार
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में एम्स में 41 विभाग कार्यरत हैं और ऑन्कोलॉजी समेत अन्य गंभीर बीमारियों का इलाज भी जल्द शुरू होने की संभावना है। इमरजेंसी बिल्डिंग भी बनकर पूरी तरह से तैयार है, जिससे मरीज ओपीडी के अलावा इमरजेंसी सेवा का भी लाभ उठा सकेंगे। वर्तमान में देवघर एम्स में ओपीडी रोजाना 1700 से अधिक मरीज झारखंड, बिहार, बंगाल और आसपास के इलाकों से इलाज को आते हैं। मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए यहां 41 विभागों के डॉक्टर नियुक्त हैं और करीब 400 डॉक्टरों की टीम मरीजों का इलाज कर रही है। साथ ही 16 ओटी कार्यरत हैं, जिसमें जटिल ऑपरेशन हो रहे हैं।
सिकल सेल एनिमिया पर होगा रिसर्च
निशिकांत दुबे ने कहा कि दुमका जिले के हंसडीहा में स्थित सरकारी अस्पताल को एम्स प्रबंधन ने मांगा है, ताकि वहां आदिवासियों में होने वाले सिकल सेल एनिमिया का इलाज हो सके। साथ ही एम्स में इस बीमारी पर रिसर्च भी हो सकेगा। यह खून से जुड़ी बीमारी है, जो ज्यादातर आदिवासी बच्चों में पाई जाती है।
दीक्षांत समारोह में भाग ले सकती हैं राष्ट्रपति
एम्स में दीक्षांत समारोह प्रस्तावित है। इसमें भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भाग लेंगे। हालांकि अभी तक दीक्षांत समारोह की तिथि मुकुर्रर नहीं हुई है। लेकिन माना जा रहा है कि जून में राष्ट्रपति का देवघर दौरा हो सकता है। प्रयास है कि दीक्षांत समारोह के साथ-साथ राष्ट्रपति के हाथों से एम्स में इमरजेंसी सेवा की शुरूआत हो।