
पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी लालू प्रसाद के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने विपक्षी दल के साथ गलती से गठबंधन किया था. इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने कहा था कि नीतीश कुमार के लिए राजद के दरवाजे खुले हैं, जो फिलहाल भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में हैं.
प्रगति यात्रा के तहत उत्तर बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में पत्रकारों से बात करते हुए नीतीशकुमार ने कहा कि जो लोग हमसे पहले सत्ता में थे. उन्होंने कुछ नहीं किया था. तभी तो लोग सूर्यास्त के बाद अपने घरों से बाहर निकलने से डरते थे. विहार की जनता आज भी उस समय को याद कर सिहर जाती है. मैं गलती से कुछ बार उनके साथ जुड़ गया था. कुमार ने कहा कि आज आप इन स्वयं सहायता समूहों को देख सकते हैं. क्या आपने पहले ऐसी आत्मविश्वासी ग्रामीण महिलाएं देखी थीं? हालांकि, कुमार ने प्रसाद के ‘प्रस्ताव’ के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दिया.
बिहार में 2025 के मार्च अप्रेल माह में विधानसभा चुनाव होने है. जिसको देखते हुए नीतीश कुमार द्वारा राज्य में प्रगति यात्रा निकाली जा रही है. वहीं बिहार विधानसभा चुनाव में राजग गठबंधन का चेहरा कौन होगा इसको लेकर गठबंधन में एकमत नहीं है. ऐसे में यह सभावना व्यक्त की जा रही है कि यदि राजग द्वारा नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया जाता है तो नीतिशकुमार एक फिर पलटी मार सकते है. हालांकि इसकी संभावना कम है. क्योंकि लोकसभा चुनाव में बहुमत से दूर रही भाजपा केंद्र में सत्ता में बने रहने के लिए जदयू और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) जैसे गठबंधन सहयोगियों पर निर्भर है.