- बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम लाने को जिला प्रशासन की बड़ी मुहिम
जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के नेतृत्व में ‘सिकुई-दिकुई अभियान’ की शुरुआत की गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण एवं समावेशी शिक्षा उपलब्ध कराना है, ताकि वे बौद्धिक, शैक्षणिक और नेतृत्व कौशल में आगे बढ़ सकें। अभियान की रूपरेखा पर चर्चा करते हुए उपायुक्त ने कहा कि जिला स्तर के सभी पदाधिकारी स्वेच्छा से इसमें भागीदारी करें और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य में योगदान दें। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम सुनिश्चित करना और विद्यालयी तंत्र को और मजबूत बनाना इस अभियान की प्राथमिकता है।
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शिक्षण पद्धति, पुस्तकालय और आईसीटी उपयोग पर विशेष जोर
अभियान के अंतर्गत शिक्षण पद्धति को प्रभावी बनाने, आईसीटी साधनों और पुस्तकालयों के उपयोग को बढ़ावा देने, नियमित पीटीएम (Parent-Teacher Meeting) आयोजित करने और स्थानीय जनप्रतिनिधियों व जिला पदाधिकारियों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया है। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि शिक्षण स्तर को सुधारने के साथ-साथ बच्चों के लिए प्रेरक वातावरण भी तैयार किया जाएगा। विद्यालयों में बाल संसद का संचालन कर छात्रों में संवाद कौशल, नेतृत्व क्षमता और निर्णय लेने की योग्यता विकसित करने की भी योजना है।
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हर गुरुवार होगा विद्यालय दौरा, 30% स्कूल बनेंगे मॉडल
‘सिकुई-दिकुई अभियान’ के तहत जिला प्रशासन के पदाधिकारी प्रत्येक गुरुवार को स्वेच्छा से विद्यालयों का दौरा करेंगे। इस दौरान वे शिक्षकों और विद्यार्थियों के साथ संवाद करेंगे तथा शिक्षा की गुणवत्ता का आकलन करेंगे। छह माह में जिले के 30% विद्यालयों को मॉडल स्कूल बनाने का लक्ष्य तय किया गया है। नियमित पीटीएम के माध्यम से अभिभावकों की भागीदारी सुनिश्चित कर बच्चों की समस्याओं का सामूहिक समाधान खोजा जाएगा। यह अभियान शिक्षा की गुणवत्ता को सशक्त बनाने और जिले के बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल दिशा देने की दिशा में एक अहम कदम है।