
जमशेदपुर: आज़ दिनांक 24 मार्च को, आजसू पार्टी के पूर्वी सिंहभूम जिला अध्यक्ष कन्हैया सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त से मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने जमशेदपुर में यातायात पुलिस की कार्यशैली और उससे संबंधित समस्याओं को उजागर किया. कन्हैया सिंह ने मांग की कि इन समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाए, ताकि शहर में यातायात व्यवस्था बेहतर हो सके.
मुख्य समस्याएं
1. वाहन जांच के नाम पर अपराधियों को राहत
जिले में पुलिस ने सभी पुलिसकर्मियों को वाहन जांच में लगा दिया है, लेकिन इसका परिणाम यह हुआ है कि शहर में अपराध जैसे हत्या, लूट, चैन स्नैचिंग, डकैती, चोरी, और मादक पदार्थों का धंधा आम हो गया है. पुलिस की इस कार्यशैली से अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है.
2. हेलमेट चेकिंग के नाम पर उत्पीड़न
शहर में लगभग हर 500 मीटर की दूरी पर हेलमेट चेकिंग के नाम पर पुलिस छिपकर बैठती है और बिना हेलमेट वालों को पकड़कर उन पर झपट्टा मारती है, जैसे वे कोई अपराधी हों. यह रवैया आम जनता के लिए परेशानी का कारण बन चुका है.
3. जुर्माना वसूली में अनियमितता
जुर्माना वसूली में भी अनियमितता देखने को मिल रही है. एक अधिकारी जुर्माना वसूलता है और दूसरा उसी व्यक्ति से दोबारा जुर्माना लेता है, जिससे वह घंटों सड़क पर खड़ा रहता है और मानसिक शोषण का शिकार होता है.
4. सड़क किनारे बड़े वाहनों का ठहराव
शहर के कई प्रमुख मार्गों पर बड़े वाहन रुकने से जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है. जैसे कि स्वर्णरेखा बर्निग घाट से मानगो चौक, मिनिफिट टी.ओ पी से साउथ गेट, आर डी टाटा गोलचक्कर से बर्मामाइंस होते हुए ट्यूब गेट तक, इन स्थानों पर जाम लगने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है.
5. तीन और चार पहिया वाहनों की जांच की कमी
पुलिस की जांच सिर्फ दोपहिया वाहनों तक सीमित है, जबकि तीन और चार पहिया वाहनों की जांच नहीं होती. इस वजह से यह सुनिश्चित नहीं हो पाता कि वाहन के ड्राइविंग लाइसेंस या दस्तावेज सही हैं या नहीं.
6. बड़े वाहनों का बिना अनुमति शहर में प्रवेश
खबरों के मुताबिक, ट्रैफिक डी.एस.पी द्वारा दिन के समय नो इंट्री के दौरान बड़े वाहनों को शहर में प्रवेश करने के लिए पास जारी किया जाता है, जो अवैध है. अगर ये पास जारी किए जाते हैं, तो यह किस कानून के तहत होते हैं और दुर्घटना होने पर मृतक के परिवार को मुआवजा मिलेगा या नहीं, यह स्पष्ट नहीं है.
आक्रोश और आंदोलन की चेतावनी
कन्हैया सिंह ने कहा कि जमशेदपुर में यातायात पुलिस की कार्यशैली से आम जनता में आक्रोश फैल रहा है. यदि शीघ्र ही सुधार नहीं हुआ, तो स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उपायुक्त ने इस मामले में जल्द कार्रवाई नहीं की, तो आजसू पार्टी सड़क पर उतरकर चरणबद्ध आंदोलन करेगी.
प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति
इस ज्ञापन के दौरान कन्हैया सिंह के साथ जिला के अन्य प्रमुख कार्यकर्ता भी उपस्थित थे, जिनमें अप्पू तिवारी, मंगल टुडू, चंदेश्वर पांडेय, सोमू भौमिक, शैलेन्द्र सिन्हा, मृत्युजंय सिंह, देवाशीष चौधरी, विमल मौर्या, मंजीत सिंह, सुधीर सिंह, चंदन सिंह, राजेश चौधरी और मुन्ना जी समेत अन्य लोग शामिल थे.
क्या सुधार से हल होगा संकट?
क्या प्रशासन जल्दी सुधार करेगा या शहर में यातायात की समस्याएं और बढ़ेंगी? ये सवाल अब जनता के मन में हैं, और आनेवाले समय में इस पर बड़ा असर पड़ सकता है.
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