
जमशेदपुर: रघुवर दास की सक्रिय राजनीति में वापसी के साथ झारखंड की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता और तीन बार के विधायक दुलाल भुइयां के जल्द ही भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. उनके भाजपा में आने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, और अब बस रघुवर दास के इशारे का इंतजार है.
दुलाल भुइयां ने की प्रधानमंत्री और रघुवर दास की प्रशंसा
बीजेपी में शामिल होने की चर्चाओं के बीच दुलाल भुइयां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की तारीफ की. उन्होंने कहा कि रघुवर दास उनके पुराने राजनीतिक साथी हैं और उनके साथ काम करने का अनुभव शानदार रहा है. दुलाल ने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा में शामिल होने का फैसला रघुवर दास की सहमति के साथ होगा.
झामुमो से नाराज क्यों हैं दुलाल भुइयां?
बताया जाता है कि दुलाल भुइयां लंबे समय से झामुमो से नाराज चल रहे हैं. उनके अनुसार, दिशोम गुरु शिबू सोरेन के समय पार्टी में कार्यकर्ताओं का सम्मान किया जाता था, लेकिन अब पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है. पार्टी में उनकी अनदेखी और उनके बेटे को टिकट न मिलने के कारण वे आहत हैं.
बेटे विप्लव भुइयां भी थामेंगे भाजपा का दामन
दुलाल भुइयां के साथ उनके बेटे विप्लव भुइयां भी भाजपा में शामिल होंगे. झामुमो से टिकट न मिलने के कारण विप्लव भुइयां पहले से ही नाराज थे. अब जुगसलाई विधानसभा सीट पर समीकरण बनाते हुए दुलाल भुइयां अपने और अपने बेटे के राजनीतिक भविष्य को भाजपा में देखते हैं.
झारखंड की राजनीति पर प्रभाव
दुलाल भुइयां और उनके समर्थकों के भाजपा में शामिल होने से झामुमो को बड़ा झटका लग सकता है. यह सियासी बदलाव झारखंड की राजनीति में नए समीकरण बना सकता है, जिससे आगामी चुनावों पर प्रभाव पड़ने की संभावना है.
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