- पशु संरक्षण कार्य की सराहना, संस्थान को दिया सहयोग का आश्वासन
- गौशाला पहुंच कुणाल षड़ंगी, कहा– “पशु सेवा सबसे बड़ा मानव धर्म”
- ध्यान फाउंडेशन का संकल्प — सीमापार पशु तस्करी पर लगेगा स्थायी विराम, सेवा ही हमारा धर्म
चाकुलिया : चाकुलिया प्रखंड में स्थित ध्यान फाउंडेशन गौशाला में आज झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय प्रवक्ता कुणाल षड़ंगी पहुंचे, जहां उन्होंने गौसेवकों के साथ मिलकर गौ माताओं की आरती की और पशु सेवा में लगे कार्यकर्ताओं से संवाद किया। उन्होंने गौशाला परिसर का निरीक्षण करते हुए बीमार गायों के लिए बने डॉक्टर चैंबर, ऑपरेशन थियेटर और मेडिकल स्टोर जैसी सुविधाओं की सराहना की। संस्था के संचालकों ने बताया कि यह गौशाला विशेष रूप से भारत-बांग्लादेश सीमा से गौतस्करी के दौरान रेस्क्यू किए गए पशुओं की देखभाल करती है। अब तक फाउंडेशन के प्रयासों से पशु तस्करी में लगभग 50% की कमी आई है, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। कुणाल षड़ंगी ने कहा, “ध्यान फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा यह कार्य समाज और मानवता के लिए प्रेरणादायक है। इतनी संख्या में गौसेवा करना सचमुच काबिले तारीफ है।”
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ध्यान फाउंडेशन ने पशु संरक्षण को दी नई दिशा, समाज को लेना चाहिए प्रेरणा
झामुमो प्रवक्ता ने आगे कहा कि जिन परिस्थितियों में इन पशुओं को बचाया गया, वह देखकर मन व्यथित हुआ, लेकिन संस्था की समर्पित सेवा और संवेदनशीलता देखकर गर्व भी हुआ। उन्होंने गौशाला प्रबंधन को भरोसा दिलाया कि आने वाले दिनों में वे इस संस्था को हर संभव सहयोग प्रदान करेंगे ताकि पशु सेवा और व्यापक स्तर पर की जा सके। इस अवसर पर गौसेवकों ने फाउंडेशन की भविष्य की योजनाओं की जानकारी दी और बताया कि उनका संकल्प सिर्फ सेवा तक सीमित नहीं है, बल्कि वे सीमापार पशु तस्करी को पूरी तरह रोकने के लिए प्रयासरत हैं।