
– बीजापुर और पूर्णिया में पत्रकारों की हत्या से देवघर में आक्रोश
देवघर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर और बिहार के पूर्णिया में दो पत्रकारों की हत्या से जिले के पत्रकार आक्रोशित हैं. दोनों मृत पत्रकारों की आत्मा की शांति के लिए सोमवार को स्थानीय इंडोर स्टेडियम में प्रेस क्लब देवघर की ओर से एक शोकसभा का आयोजन किया गया, जिसमें घटना की निंदा की गई और मृत पत्रकारों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग की गई. सदस्यों ने कहा कि खबर लिखने के एवज में एक पत्रकार को गायब कर उसकी हत्या करना पत्रकारों के लिए खतरनाक संदेश है. पत्रकारों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है. यह सुनिश्चित करना अनिवार्य है कि किसी भी पत्रकार को उनकी पेशेवर जिम्मेदारियों के निर्वहन में कोई खतरा न हो. देवघर में भी पत्रकारों की सुरक्षा की मांग को लेकर प्रेस क्लब, देवघर का एक प्रतिनिधिमंडल आज डीसी से मिला.
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प्रतिनिधिमंडल ने डीसी को ज्ञापन सौंपते हुए झारखंड में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग राज्य सरकार से की. साथ ही भविष्य में पत्रकारों के साथ ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए पत्रकारों की सुरक्षा और पत्रकारों से जुड़े मामलों में गंभीरता दिखाते हुए त्वरित प्रशासनिक पहल करने की मांग की. इस संबंध में डीसी ने प्रेस क्लब, देवघर को आश्वस्त किया कि पत्रकारों की मांगों को मुख्यमंत्री तक भेजा जायेगा. शोकसभा में वरिष्ठ पत्रकार प्रो. रामनंदन सिंह, कंचन सौरभ मिश्रा, नीरज चौधरी, आशीष कुंदन, राकेश कर्म्हे, सुमरजीत सिंह, सोहनलाल साह, निषिद्ध मालवीय, अमरनाथ पोद्दार, राकेश पुरोहितवार, राजीव रंजन, कौशल किशोर, भोला प्रसाद सिंह, अमरेंद्र कुमार, रितुराज सिन्हा, रजनीश कुमार गुप्ता, अमित कुमार, सुनील कुमार, महेश पंडित, सुमन सौरभ, अजय परिहस्त, भगवान तिवारी, अजय संतोषी, संतोष कुमार दास आदि उपस्थित थे.