
सरायकेला: ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के कुटाम सारना समिति द्वारा सामूहिक आदिवासी सरहुल महोत्सव का आयोजन किया गया. इस महोत्सव में आदिवासी संस्कृति और परंपराओं का जीवंत रूप देखने को मिला. कार्यक्रम में रंगारंग प्रस्तुतियों और छऊ नृत्य ने चार चांद लगा दिए. जमशेदपुर के अजय कालिंदी और उनके दल ने शानदार डांस प्रस्तुत किया, जिसमें दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए. इस दौरान लोग भरपूर उत्साह के साथ थिरकते रहे.
कलाकारों ने प्रस्तुत किए मनमोहक नृत्य
दिनभर कलाकारों ने अपनी नृत्य प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया. विशेष रूप से बंगाल के पुरूलिया बराह बाजार से आए हर गौरी जंगल महल छऊ नृत्य पार्टी और बाघमुंडी गोविंदपुर नवयुवक छऊ पार्टी ने अद्भुत प्रदर्शन किया. इस दौरान गणेश वंदना, महिषासुर बध, सखी छऊ और रामायण तथा महाभारत पर आधारित मानभूम शैली के छऊ नृत्य ने सभी को प्रभावित किया. कलाकारों ने सुसज्जित मुखौटे और पारंपरिक पोशाक में नृत्य प्रस्तुत किया, जो दर्शकों के लिए एक अनोखा अनुभव था.
उद्घाटन समारोह में पहुंचे वरिष्ठ नेता
कार्यक्रम का उद्घाटन एएसआईएमजेडब्लूए के प्रदेश प्रवक्ता और वरिष्ठ पत्रकार अरूण माझी, मुखिया प्रतिनिधि दयाल सिंह मुण्डा, ग्राम प्रधान सम्बद सिंह मुण्डा, बीरबल गोप, गणपति गोप और अश्विनी गोप ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया. इस अवसर पर इन नेताओं ने महोत्सव की सफलता की शुभकामनाएं दी और आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के महत्व पर जोर दिया.
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