
उत्तराखंड: दक्षिण पूर्वी रेलवे के तत्वावधान में भारत की सबसे लंबी रेलवे सुरंग के ‘टनल ब्रेक थ्रू’ का ऐतिहासिक क्षण बुधवार को उत्तराखंड में सम्पन्न हुआ. यह सुरंग 14.57 किलोमीटर लंबी है, जो ऋषिकेश-कर्णप्रयाग ब्रॉड गेज नई रेललाइन परियोजना के अंतर्गत देवप्रयाग से जनासु (उत्तराखंड) तक बनाई जा रही है. यह सुरंग ‘टनल 8’ के नाम से जानी जाती है, जिसे परियोजना के पैकेज-4 के तहत निर्माण किया गया.
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाया गौरव
इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के मौके पर भारत सरकार के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उपस्थित रहे. उनके साथ राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी भी कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उत्तर रेलवे और निर्माण विभाग से जुड़े कई उच्चाधिकारी भी मौजूद रहे.
टेक्नोलॉजी और संकल्प की मिसाल
टनल ब्रेक थ्रू न केवल इंजीनियरिंग की दृष्टि से एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह पहाड़ी क्षेत्र में रेल संपर्क स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है. रेल मंत्री ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘न्यू इंडिया’ विजन का प्रतीक बताया.
उत्तराखंड को क्या मिलेगा फायदा?
इस रेल परियोजना के पूरा होने से उत्तराखंड के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों का देश के अन्य हिस्सों से बेहतर और तेज रेल संपर्क स्थापित होगा. इससे पर्यटन, व्यापार और आपातकालीन सेवाओं को भी गति मिलेगी.
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