
जादूगोड़ा: जादूगोड़ा स्थित पोटका प्रखंड के हितबासा गांव में आज एक विशेष जंगल मेला आयोजित किया गया. इस मेले का उद्देश्य ग्रामीणों में जंगलों के निर्मम दोहन के खिलाफ जागरूकता लाना था. पर्यावरण चेतना केंद्र के निर्देशक सिदेश्वर सरदार और हरीश भूमिज की अगुवाई में आयोजित इस मेले में ग्रामीणों को यह बताया गया कि जंगल का संरक्षण और संवर्धन कैसे किया जा सकता है. उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे वन अधिकार समिति बना कर सामूहिक पट्टा लेकर जंगलों की सुरक्षा के लिए प्रयास करें.

सिदेश्वर सरदार ने बताया कि अगर जंगल बचेगा तो न केवल जीविका सुरक्षित रहेगी, बल्कि जंगल में पाई जाने वाली 28 किस्मों की साग- सब्जियां और जड़ी-बूटियां भी बची रहेंगी. इस दौरान हरीश भूमिज ने भी जंगलों के महत्व पर बात करते हुए कहा कि “जंगल बचेगा तभी मानव बचेगा” और इस कार्य की जिम्मेदारी सभी की है.

जड़ी-बूटी और जंगल साग की प्रदर्शनी
मेले के दौरान जड़ी-बूटी और जंगल साग की प्रदर्शनी भी लगाई गई. प्रदर्शनी में दिखाए गए विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियों और सागों के बारे में कविराज लुगरु मुंडा और घासी राम सरदार ने ग्रामीणों को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कैंसर से लेकर संतान प्राप्ति तक के इलाज के लिए जंगल की जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जा सकता है. यह प्रदर्शनी ग्रामीणों को पारंपरिक वन उत्पादों के महत्व और उनके उपयोग के बारे में जागरूक करने के लिए आयोजित की गई थी.
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख लोग
इस कार्यक्रम में पर्यावरण चेतना केंद्र के निर्देशक सिदेश्वर सरदार, हरीश भूमिज, पोदातेतला पंचायत की मुखिया पुष्पलता मुंडा, उपमुखिया प्रेमिका सरदार, ग्राम प्रधान भगीरथ सरदार, कालीचरण सरदार (कविराज), लखींद्र सरदार, विभीषण सरदार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.
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