
आदित्यपुर: आदित्यपुर-कांड्रा मुख्य सड़क (एसएच-05) के किनारे तेजी से लग रहे विशाल होर्डिंग्स को लेकर झारखंड लीगल एडवाइजरी एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (जलाडो) ने आपत्ति जताई है. संस्था ने इन्हें सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा समिति के दिशा-निर्देशों के विरुद्ध बताया है और तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है. जलाडो के अध्यक्ष अधिवक्ता ओमप्रकाश ने इस विषय में सरायकेला-खरसावां जिले के पूर्व उपायुक्त, आदित्यपुर नगर निगम के प्रशासक तथा पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को पत्र भेजा था. पत्र में मांग की गई है कि सड़क किनारे से अवैध होर्डिंग्स हटाए जाएं और अतिक्रमित व जर्जर हो चुकी सर्विस लेन व फुटपाथ को शीघ्र चालू किया जाए.
JARDCL को सौंपी गई टोल रोड, फिर कैसे लगे अवैध होर्डिंग्स?
पत्र में यह भी उल्लेख है कि आदित्यपुर-कांड्रा मुख्य सड़क को राज्य सरकार के निर्देशानुसार पथ निर्माण विभाग ने 15 वर्षों के लिए झारखंड एक्सेलरेटेड रोड डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड (JARDCL) को टोल रोड के रूप में सौंपा है. ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि बिना वैधानिक अनुमति के इन होर्डिंग्स की स्थापना कैसे संभव हुई?
जलाडो ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग
इस पूरे मामले को लेकर जलाडो ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. संस्था का कहना है कि वर्तमान में इस सड़क पर पैदल यात्रियों के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं है. अधिकांश फुटपाथ अतिक्रमित हैं या जर्जर अवस्था में हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
अधिवक्ता ओमप्रकाश ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को लेकर पहले भी तत्कालीन उपायुक्त का ध्यान आकर्षित किया था. उस समय डीसी ने जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) को जांच का आदेश दिया था, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ. अब वे इस विषय को लेकर नवपदस्थापित उपायुक्त से पुनः हस्तक्षेप की अपील करेंगे.
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