
बहरागोड़ा : बहरागोड़ा प्रखंड के मानुषमुड़िया पंचायत अंतर्गत सोनाकोड़ा गांव के करीब 90 परिवार जनप्रतिनिधि एवं पेय जल एवं स्वच्छता विभाग की लापरवाही से भीषण पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं. गांव में जल मीनार और एक चापाकल पिछले एक साल से खराब हैं तथा कुआ में पानी नहीं है. ग्रामीण दूसरों के घर में लगे चापाकल से पानी लेने के लिए मजबूर हैं. नहाने के लिए ग्रामीणों को एक किलोमीटर दूर देव नदी जाना पड़ता है. गांव में जलमीनार और एक चापाकल स्थापित किया गया था.
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सरकारी कुओं में भी पानी भी सूखा
इसी जल मीनार और चापाकल पर टोला के करीब 90 परिवार निर्भर थे. एक जल मीनार है. मगर वह करीब आधा किलोमीटर दूर है. इस स्थिति में ग्रामीणों को दूसरे के घर में स्थापित निजी चापाकल का सहारा लेना पड़ रहा है. गांव के सुबंकरी नायक, पुष्पा नायक, कल्याणी नायक, षष्ठी नायक, तपन नायक,तापस नायक,बंकिम पात्र और जोगेश्वर नायक ने बताया कि गांव की जलमीनार पिछले एक साल से खराब पड़ी है. गांव में स्थापित एक चापाकल भी खराब है. दो सरकारी कुओं में भी पानी भी सूख गया है. इसके कारण हमें पेयजल के लिए परेशानियां उठानी पड़ रही है.
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