
देवघर : महाशिवरात्रि बुधवार रात भर बाबा बैद्यनाथ की चतुष्पहर पूजा हुई और गुरुवार अहले सुबह आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का कपाट खोल दिया गया। चतुष्पहर पूजा के बाद बाबा बैद्यनाथ कामना लिंग पर जलार्पण के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी पड़ी। चतुष्प्रहर के दौरान विग्रह पर माता को सिंदूर अर्पित करने की खास परंपरा का निर्वहन कर बाबा का विवाह संपन्न कराया गया। बिल्बपत्र से सरदार पंडा गुलाबनंद ओझा ने विग्रह पर माता को सिंदूर अर्पित किया। उपचारक भक्ति नाथ फलाहारी की अगुवाई में आचार्य गुलाब पंडित और सरदार पंडा श्रीश्री गुलाबनंद ओझा को चतुष्प्रहर पूजा करवाई।

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