
प्रखंड मुख्यालय में सुबह 8 बजे से ही कतार में खड़ी होकर अपनी बारी का इंतजार करती ही महिलाएं
जमशेदपुर : झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी एवं जन सरोकार से जुड़ी ‘मंईयां सम्मान योजना’ इन दिनों लाभुकों के लिए परेशानी का सबब बन गई है. जिन महिलाओं के खाते में पैसे नहीं आ रहे हैं, वे खासा परेशान हैं. परेशानी का आलम यह है कि ऐसी महिलाएं घर का चुल्हा-चौका छोड़कर सुबह 8 बजे से ही प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर कतार में खड़ी हो जा रही हैं. मुख्यालय स्थित अंचल कार्यालय (ग्राउंड फ्लोर) में शहरी क्षेत्र की महिलाएं तो मुख्यालय के प्रथम तल पर कमरा नंबर 37 में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं कतार में खड़ी रहती हैं. कार्यालय खुलने के बाद अपनी सुविधा के अनुसार कार्यालयकर्मी लाभुकों को योजना की अद्यतन स्थिति की जानकारी देते हैं.
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प्रखंड कार्यालय की दीवार बनी नोटिस बोर्ड

जिन लाभुकों की सम्मान राशि आ रही है उन महिलाओं की सूची प्रखंड कार्यालय के बाहर दीवार पर चिपका दी गई है. उक्त सूची का अधिकांश हिस्सा फट गया है अथवा किसी कारण से नष्ट हो गया है. जिसके कारण अधिकांश लाभुक अपना नाम नहीं खोज पा रही हैं. ऐसी महिलाओं के साथ कार्यालयकर्मी बेरूखी से पेश आ रहे हैं. दूसरी ओर जिन लाभुकों की सम्मान राशि नहीं आ रही है उन्हें उचित कारण जानने के लिए घंटो कतार में खड़ा रहना पड़ता है.
हेल्प डेस्क नहीं होने से बढ़ी परेशानी
शासन-प्रशासन की ओर से सभी सरकारी कार्यालय में हेल्प डेस्क बनाने का निर्देश है. साथ ही लोगों के बैठने एवं पेयजल की व्यवस्था बहाल करने के लिए कहा गया है. लेकिन जमशेदपुर प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में हेल्प डेस्क नहीं है. जिसके कारण महिलाएं खासा परेशान हैं. कोई भी कार्यालयकर्मी महिलाओं को सही जवाब नहीं देता है. जिसके कारण महिलाएं इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं. प्रखंड एवं अंचल कार्यालय में दो-दो कंप्यूटर ऑपरेटर के जिम्मे सैकड़ो महिलाओं की जांच की जिम्मेदारी है. घंटो कतार में खड़े रहने के बाद कार्यालय का समय समाप्त होने के बाद महिलाओं को निराश होकर लौटना पड़ता है.
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कार्यालयकर्मी नहीं करते हैं सहयोग – सुचित्रा पात्रो

बारीडीह बस्ती की रहने वाली सुचित्रा पात्रो ने बताया कि उन्होंने अगस्त 2024 में मंईयां सम्मान योजना का आवेदन भरा है. लेकिन एक बार भी उन्हें पैसा नहीं मिला. कई बार वह अंचल कार्यालय आ चुकी हैं. लेकिन कार्यालयकर्मी सहयोग नहीं करते हैं. तरह-तरह के बहाने बनाकर परेशान किया जा रहा है. सरकार को कोसते हुए उन्होंने कहा कि अगर पैसा नहीं देना था तो आवेदन क्यो जमा लिया गया.
एक बार भी नहीं मिली सम्मान राशि- शिला देवी

टेल्को की रहने वाली शिला देवी ने बताया कि गत वर्ष ही उन्होंने मंईयां सम्मान योजना के लिए आवेदन जमा किया. लेकिन अब तक पैसा नहीं आया. जिसके कारण वह परेशान हैं. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी जन्म से विकलांग है. उसका प्रमाण पत्र भी बना है. प्रोत्साहन राशि के लिए कई बार आवेदन किया. लेकिन मंजूरी नहीं मिली. घर की माली हालत काफी खराब है. जिसके कारण वह पेंशन के लिए दौड़ लगा रही है.
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नये आवेदन लेने पर है रोक
अंचल अधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से अभी नया आवेदन स्वीकार करने पर रोक है. जिसके कारण नया आवेदन जमा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि जिन लाभुको के खाते में पैसे नहीं आ रहे हैं. उनके आवेदन में हुई गड़बड़ियो को ठीक किया जा रहा है. अधिकांश मामलों में बैंक खाता अपडेट नहीं होना,आईएफएससी कोड गलत दर्ज होना, आधार नंबर अपडेट नहीं होना शामिल हैं. उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की कमी की कारण पर्याप्त संख्या में हेल्प डेस्क कार्यरत नहीं है.
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