
मेदिनीपुर: वर्तमान समय में सामाजिक पतन और सांस्कृतिक विकृति के दौर में खाकुरदा स्थित नवोदित भगवती देवी पीटीटीआई ने एक सराहनीय पहल की. शनिवार को संस्था के प्राथमिक विभाग की ओर से “शिक्षक एवं अभिभावक संबंध कार्यशाला” का आयोजन किया गया, जिसमें 70 से अधिक अभिभावकों और बुद्धिजीवियों ने भाग लिया. कार्यशाला के मुख्य अतिथि राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक उत्पल मुखर्जी थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के प्राचार्य डॉ. सिद्धार्थ शंकर मिश्रा ने की.
अपने प्रेरक संबोधन में मुख्य अतिथि उत्पल मुखर्जी ने कहा, “विद्यालय केवल पठन-पाठन का स्थान नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदार नागरिक गढ़ने की प्रयोगशाला होते हैं. अभिभावकों और शिक्षकों के बीच संवाद जितना प्रबल होगा, उतनी ही शिक्षण प्रक्रिया प्रभावी होगी.” उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि भगवती देवी शिक्षा निकेतन की यह कार्यशाला समाज के निर्माण की दिशा में एक ठोस कदम है.
विद्यालय को बनाना है सच्चा सामाजिक संस्थान
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. मिश्रा ने अपने भाषण में कहा कि उनका सपना है कि विद्यालय एक वास्तविक सामाजिक संस्था के रूप में खड़ा हो. उन्होंने सभी उपस्थितों से आग्रह किया कि वे छात्रों के बौद्धिक, मानसिक और शारीरिक विकास के साथ-साथ उन्हें समाज का जिम्मेदार नागरिक बनाने में योगदान दें.कार्यशाला में शिक्षक अनिन्दी सुंदर पाल, अनिरबन कानूनगो, मृत्युंजय सारंगी और अनुपम पोइड़ा ने भाषा, गणित, सामाजिक मूल्य और भावनात्मक विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार साझा किए. उनके संवाद ने अभिभावकों को यह समझने में मदद की कि कैसे वे अपने बच्चों की शिक्षा प्रक्रिया में सक्रिय भागीदार बन सकते हैं.
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